हिमाचल में पर्यटकों की एंट्री भी हुई मुश्किल, सरकार ने रखी शर्त, समारोह में 50 फीसद लोग ही होंगे शामिल

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हिमाचल में श्रद्धालुओं सहित पर्यटक भी आरटीपीसीआर रिपोर्ट या वैक्सीन की दोनों डोज का प्रमाणपत्र दिखाने पर ही आ सकेंगे।

हिमाचल प्रदेश में श्रद्धालुओं सहित पर्यटक भी आरटीपीसीआर रिपोर्ट या वैक्सीन की दोनों डोज का प्रमाणपत्र दिखाने पर ही आ सकेंगे। प्रदेश में 72 घंटे की आरटीपीसीआर रिपोर्ट या वैक्सीन की दोनों डोज का प्रमाणपत्र दिखाने पर ही हिमाचल में प्रवेश मिलेगा। रिपोर्ट को लेकर सरकार ने सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। पहले श्रावण अष्‍टमी नवरात्र को लेकर स‍िर्फ श्रद्धालुओं के लिए ही यह व्‍यवस्‍था की गई थी। लेकिन पर्यटकों पर भी यह नियम लागू होगा। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण ही सरकार ने 22 अगस्‍त तक सभी स्‍कूलों को बंद कर दिया है। इसके अलावा कालेज पर सरकार दो दिन बाद फैसला लेगी।

इसके अलावा अब किसी भी स्थान पर क्षमता से आधे यानी 50 फीसद लोग ही एकत्र हो सकेंगे। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद विवाह समारोह सहित अन्य कार्यक्रमों में लोगों की भीड़ उमडऩे लगी थी, जिसे देखते हुए यह फैसला लिया गया। यह आदेश 13 अगस्‍त से लागू होंगे।

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब प्रदेश से दूसरे राज्यों में जाने वाली सभी बसें 50 फीसद सवारियां लेकर चलेंगी। सरकार ने अन्य राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह निर्णय लिया है। प्रदेश में भी तेजी से मामले बढ़ रहे हैं, अभी 2300 से ज्‍यादा एक्टिव केस हाे गए हैं। सरकार ने चंबा में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लाकडाउन लगाने की तैयारी कर ली थी। इस पर मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा भी हुई, लेकिन आखिर समय पर फैसला रोक दिया गया। जिला में कोरोना के सबसे ज्यादा 582 एक्टिव केस हैं।

मंगलवार देर शाम को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में श्रम एवं रोजगार विभाग में कनिष्ठ आइटी सहायक के 23 पद भरे जाने का भी निर्णय लिया गया। इसके अलावा बेटी है अनमोल योजना के तहत दी जाने वाली 12 हजार की राशि को बढ़ाकर 21 हजार कर दिया गया है। मंडी जिले के बालीचौकी में एसडीएम कार्यालय खोलने का निर्णय लिया गया है। निहरी में बीडीओ कार्यालय खुलने पर भी सरकार ने मुहर लगा दी है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक