मुख्यमंत्री ने 30 नई एम्बुलेंस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया

Spread the love

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां से प्रदेश के विभिन्न भागों के लिए 30 नई एम्बुलेंस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। हिमाचल प्रदेश की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और एम्बुलेंस की निरन्तर आवश्यकता के दृष्टिगत यह सुविधा मरीजों के लिए लाभदायक सिद्ध होगी। इस अवसर पर मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के दूरदराज और कठिन भौगोलिक क्षेत्रांे में लोगों के घरद्वार के निकट बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है ताकि मरीजों को अत्याधुनिक सुविधाआंे का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि 25 दिसम्बर, 2010 को राज्य में सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत यह राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई थी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2019 में 46, वर्ष 2020 में 100 और वर्ष 2022 में 50 एम्बुलेंस जनता को समर्पित की है। इस प्रकार प्रदेश के लोगों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा 108 के अन्तर्गत 196 एम्बुलेंस प्रदान की गई हैं। इसके अतिरिक्त जन कल्याण के लिए वर्ष 2020 में 10 जीवनधारा स्वास्थ्य एम्बुलेंस भी समर्पित की गई।


मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष मुख्यमंत्री मोबाइल क्लीनिक योजना के अन्तर्गत 10 वाहन उपलब्ध करवाए गए हैं और अभी तक जन कल्याण के लिए कुल 25 मुख्यमंत्री मोबाइल क्लीनिक वाहन प्रदान किए जा चुके हैं।जय राम ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा 108 ने अब तक प्रदेश के 18,25,695 लाभार्थियों को आपातकालीन सेवाएं प्रदान की हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में 248 एम्बुलेंस के माध्यम से सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। प्रधान सचिव स्वास्थ्य सुभासीष पन्डा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक हेमराज बैरवा, निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग डॉ. अनीता महाजन भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक