नशे में गाड़ी चलाना व मोबाईल सुनना एक कानूनी अपराध : डीएसपी
राजकीय महाविद्यालय चायल कोटी में सड़क सुरक्षा पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता डीएसपी शिमला शक्ति सिंह ने की। उन्होंने कार्यशाला में मौजूद उपस्थित विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों को सड़क सुरक्षा बारे जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में हर व्यक्ति को सड़क सुरक्षा नियमों की अनुपालना करना अनिवार्य हो गया है। उन्होने कहा कि बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं लोगों के लिए बहुत घातक सिद्ध हो रही है। डीएसपी शक्ति सिंह ने कहा कि वाहन को चलाते हुए मोबाईल सुनना, शराब पीकर गाड़ी चलाना तथा ऊंची आवाज में स्टीरियो बजाना एक अपराध है। उन्होने बताया कि सार्वजनिक परिवहन में यदि कोई वाहन चालक नशे में गाड़ी चलाता है अथवा मोबाइल सुन रहा हो तो उसे तुरंत रोका जाना चाहिए और इसकी सूचना पुलिस को दी जानी चाहिए । इसके अतिरिक्त लोगों को सड़क पार करते हुए भी ध्यान रखना चाहिए। रेड लाईट का हर वाहन चालक को अनुसरण किया जाना चाहिए इत्यादि नियमों बारे जानकारी दी गई। उन्होने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि यातायात नियमों के बारे में अपने गांव पड़ोस में सभी जागरूक करें । उन्होने सड़क सामुदायिक पोलिसिंग की जानकारी दी।
उन्होने बताया कि समाज को अपराध मुक्त बनाना एवं आम नागरिकों को पुलिस की सहायता देने के लिए जागरूक करने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है। डॉ देवेंद्र शर्मा ने जानकारी दी कि इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन शैक्षणिक संस्थानों द्वारा एक सकारात्मक पहल है, जिस से समाज जागरूक और सुरक्षित बनेगा। एनएसएस स्वयंसेवकों ने कार्यशाला को सफल बनाने में विशेष योगदान दिया।
कार्यकारी प्राचार्य डॉ. सुभाष कपटा, अजय कायथ, अमृत मेहता, इंदर नेगी, सुशील मेहता, हरिंदर ठाकुर एवं बोबिजा भी कार्यशाला में मौजूद रहे।