कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के परिवार का कर्जा उतारेंगे CM

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मंडी –   मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना के कारण अनाथ हुए जोगिंद्रनगर उपमंडल के दो बच्चों को मदद देने का ऐलान किया है। इन बच्चों को फौरी राहत के तौर पर दो लाख की राशि देने की घोषणा की गई है। वहीं बच्चों के दिवंग्त पिता द्वारा लिए गए कर्ज को भी चुकाने का भरोसा दिलाया है। बच्चों ने इसके लिए सीएम जयराम ठाकुर का आभार जताया है। कोरोना काल ने कई जिंदगियों को लील लिया।

कई अपनों से बिछड़ गए और कई अनाथ हो गए। जिला के जोगिंदर नगर उपमंडल में तीन ऐसे परिवार हैं, जिनके बच्चे अनाथ हो गए हैं। इन्हीं में से एक है जोगिंदर नगर शहर के वार्ड नंबर 4 समलोट की 17 वर्षीय सोफिया और उसका 12 वर्षीय भाई अंशदीप। इनके पिता स्व. निर्मल कुमार और माता इंदुबाला का निधन कोरोना संक्रमण के कारण हुआ है।

पिता हर्बल गार्डन में 1991 से दिहाड़ीदार थे और 2012 में नियमित हुए थे। घर पर कमाने वाले वही थे। अब उनकी और मां की मौत के बाद घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। वहीं दूसरी तरफ पिता ने बैंकों से कर्ज ले रखा था जिसको चुकता करने का दबाव अब इन बच्चों पर बन रहा है।

जोगिंद्रनगर दौरे पर पहुंचे सीएम जयराम ठाकुर से इन दोनों बच्चों ने अपनी पार्षद के माध्यम से मुलाकात की और मदद की गुहार लगाई। गुहार लगाते-लगाते सोफिया की आंखे छलक आई और वह रो पड़ी। बेटी के मुख से निकली पीड़ा को देखते हुए सीएम जयराम ठाकुर का दिल पसीज गया। उन्होंने तुरंत प्रभाव से इन दोनों अनाथ बच्चों के लिए दो लाख की सहायता राशि जारी करने का ऐलान किया। वहीं डीसी मंडी को आदेश दिए कि बैंकों से लोन की सारी डिटेल हासिल करके उसे उनके कार्यालय में भेजा जाए ताकि बच्चों की हरसंभव मदद की जा सके। वहीं उन्होंने डीसी को यह निर्देश भी दिए कि राज्य सरकार ने अनाथ बच्चों के लिए जो योजना चलाई है, इन दोनों को उसमें शामिल किया जाए, ताकि इन्हें हर महीने आर्थिक सहायता मिलती रहे।

सोफिया ने आर्थिक मदद देने के लिए सीएम जयराम ठाकुर का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि वो और उसका भाई आगे पढ़ना चाहते हैं और यदि पिता की मृत्यु के बाद इन दोनों को पेंशन मिल जाए तो उससे इन्हें काफी ज्यादा मदद मिलेगी। वहीं सोफिया ने 18 वर्ष पूरा होने पर छोटे भाई को पिता की नौकरी दिए जाने की गुहार भी लगाई है। कोरोना के कारण ऐसे बहुत से बच्चे हैं जिनके सिर से माता-पिता का साया उठ गया है। ऐसे बच्चों के लिए राज्य सरकार ने योजना भी शुरू कर दी है। लेकिन इन्हें किसी प्रकार की कोई कठिनाई न आए, उस दिशा में राज्य सरकार को विशेष प्रयास करने की जरूरत है और सरकार इस दिशा में आगे बढ़ती हुई नजर भी आ रही है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक