एक और बारी सोलन नगर निगम आपकी जेब खाली करने की कर रही तैयारी

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सोलन नगर निगम बनने के बाद लोगों को बहुत उम्मीदें थी कि लोगों को सहूलियतें मिलनी शुरू हो जाएगी। सस्ता पानी, मुफ्त कूड़ा के वायदों के साथ नगर निगम में कब्जा करने के बाद कांग्रेस उसमें तो कामयाब नहीं हुई लेकिन अब प्रॉप्रटी टैक्स में बढौतरी करने की कवायद शुरू हो गई है।

आज की हुई बैठक में लिए गए निर्णय से लोगों की जेबों में इतना बोझ डलने वाला है कि वो शायद सोचने को मजबूर हो जाएंगे कि इससे बढ़िया तो नगर परिषद ही थी कम से कम ये दिन तो नहीं देखने पड़ते। जिन लोगों को चुनकर भेजा गया था आज वो ही ऐसा फैसला लेंगे इसकी उम्मीद शायद ही किसी को होगी।

दरअसल अब नगर निगम प्रॉप्रटी टैक्स में बढौतरी करने जा रही है और वो भी इतना शायद आप भी उसका अनुमान न लगा सको। जानकारी के अनुसार जो पहले अपने कमर्शियल प्रॉप्रटी का 4230 रूपय 100 स्क्वेयर मीटर का देते थे अब वो करीब 20,000 रूपय का भुगतान करेंगे। यहीं नहीं जिन लोगों के पुराने और पुश्तैनी मकान थे और वो पुरानी दरों से पैसे देते थे वो भी अब नई दर से पैसे देंगे। यानि 50 रूपय देने वाले को भी अब हजारों रूपय प्रॉप्रटी टैक्स के रूप मे देने होंगे।

इसके अलावा जो अवैध भवन बने है उन्हें भी अब प्रॉप्रटी टैक्स देना होगा। इसको लेकर वो लोग खुश जरूर हो सकते है जिन्होने अवैध भवन बनाए है उन्हे भविष्य मे उम्मीद रहेगी शायद आने वाले समय मे उनके भवन नियमित हो जाए।

इस सारी पढ़पंची को लेकर बाकायदा आज पार्षद एकत्रित हुए और इसको लेकर रूपरेखा तैयार की गई। निर्णय लिया गया कि लोगों से इसको लेकर आपतियां मांगी जाएगी और निगम की वेब साईट पर इसके बारे में सारी जानकारी डाल दी जाएगी।

मजेदार बात ये है कि नगर निगम उस बात को लेकर आपतियां और सुझाव मांग रही है जिसमें साफ है जेब ढीली होनी ही है। ऐसा कौन होगा जो ये बोलेगा कि आप ये भरकम टैक्स हम पर लाद दो और अगर लोगों ने बोल भी दिया कि टैक्स न लगाया जाए तो क्या नगर निगम मे उनकी कोई सुनवाई होगी। आखिर जब टैक्स लगाना ही है तो क्यों औपचारिकता के लिए ये खेल खेला जा रहा है।

इस बारें में जब डिप्टी मेयर राजीव कौड़ा से बात कि गई तो उन्होने कहा कि प्रोपर्टी टैक्स को लेकर सभी पार्षदों की बैठक हुई है जिसमे इस पर चर्चा हुई है। टैक्स लगाना जरूरी है अन्यथा सरकार से आने वाला अनुदान रुक जाएगा। उन्होने कहा कि कमर्शियल प्रॉप्रटी और पुराने मकानों को लगाए जाने वाले टैक्स मे वृद्धि जरूर हो सकती है लेकिन निजी मकान, फ्लेट्स और छोटे दूकानदारों को इससे फायदा होगा।

लोगों को कितना फायदा या नुक्सान होगा ये जल्द ही पर्दे के पीछे से सामने आ जाएगा लेकिन इतना जरूर है और अभी तो ऐसा ही लगता है बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रुपैया

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक