रेल के नाम पर भ्रमित की गई हमीरपुर की जनता : मुख्यमंत्री

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हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से चार बार सांसद रहे अनुराग ठाकुर बताएं कि ऊना-हमीरपुर ट्रेन कहां पहुंची? अनुराग ठाकुर ने रेल के नाम पर हमीरपुर की जनता से वोट ही बटोरे हैं, यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल सिंह रायजादा के पक्ष में हमीरपुर के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाओं के दौरान कही। उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर लंबे समय से ऊना-हमीरपुर रेललाइन के नाम पर जनता को भ्रमित कर रहे हैं। ट्रेन के लिए अनुराग ठाकुर कोई कदम नहीं उठा सके हैं। अपनी नाकामी छिपाने के लिए अनुराग ठाकुर कहते फिर रहे हैं कि प्रदेश सरकार ने रुपए नहीं दिए, लेकिन वह यह भूल गए कि कांग्रेस सरकार को बने महज 15 माह ही हुए हैं। उससे पहले वह केंद्र की मोदी और प्रदेश की जयराम सरकार को डबल इंजन की सरकार कहते फिरते थे। अनुराग यह डबल इंजन दौड़ा नहीं पाए और खुद भी हांफ गए हैं।

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मेडिकल कालेज कांग्रेस सरकार की देन है, लेकिन अनुराग ठाकुर इसका भी श्रेय लेने में लगे हुए हैं। यदि यह अनुराग लाए होते, तो उस कालेज का नाम डा. राधाकृष्णन मेडिकल कालेज नहीं रखा जाता। उन्होंने कहा कि जनता को अनुराग ठाकुर का चार बार का सांसद रहने का रिपोर्ट कार्ड मांगना चाहिए। दूसरों के कार्यों को अपना बताकर जीत हासिल नहीं होती। मुख्यमंत्री ने कहा कि सतपाल रायजादा उनका छोटा भाई है और उन्होंने ही रायजादा को चुनावी मैदान में उतारा है। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि कांग्रेस के पक्ष में मतदान कर रायजादा को विजयी बनाएं।

रायजादा बोले, जनता के आशीर्वाद से हमीरपुर पहुंचाएंगे ट्रेन

हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा ने कहा कि जनता उन्हें आशीर्वाद दे, तो वह ऊना से हमीरपुर ट्रेन पहुंचाएंगे। इस मुद्दे को गंभीरता से उठाएंगे। उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर हमेशा ऊना-हमीरपुर ट्रेन को अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बताते है, लेकिन एक इंच भी रेललाइन ऊना से हमीरपुर की ओर नहीं बिछ पाई है। केंद्र सरकार ने इसके लिए महज 1000 रुपए दिए। अनुराग अपनी ही केंद्र सरकार में इसके लिए नहीं बोल पाए।

प्रदेश के मुददों को केंद्र के समक्ष नहीं उठा पाए अनुराग

उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि सांसद अनुराग ठाकुर ने कभी संसदीय क्षेत्र की बात दिल्ली में नहीं की। संसदीय क्षेत्र तो छोड़ो, वह अपने गृह जिला हमीरपुर तक के लिए कुछ नहीं कर पाए। न वहां के लिए ट्रेन चला पाए और न ही रेललाइन बिछा पाए। दूसरों की उपलब्धियों को अपना बताने में लगे हुए हैं। सलोह की ट्रिपल आईटी को अनुराग अपना बताकर झूठ का ढिंढोरा पीट रहे हैं, लेकिन इसमें उनका कोई योगदान नहीं है, बल्कि वह तो इसके खिलाफ थे। इस बार झूठ के सहारे अनुराग की नैया पार नहीं लग पाएगी।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक