लॉकडाउन के दौरान राजगढ़ शहर में चैकिंग के अभाव के कारण दुकानदारों द्वारा फल व सब्जियों के मनमाने रेट वसूले जा रहें हैं जिससे ग्राहकों को खूब चूना लग रहा है । बता दें कि पूरे प्रदेश में एपीएमसी द्वारा प्रतिदिन फल व सब्जियों की दरें निर्धारित करके डिस्पले की जाती है। इसी प्रकार सिरमौर में भी एपीएमसी पांवटा द्वारा नाहन और पांवटा में फल व सब्जियों की दरें प्रतिदिन निर्धारित की जाती है परंतु राजगढ़ सब्जी मंडी में स्टाफ न होने के कारण दुकानदारों द्वारा अपनी इच्छानुसार पिछले कई वर्षों से फल व सब्जियों के रेट निर्धारित किए जाते हैं ।
वीरवार को शहर का दौरा करने पर पाया कि कुछ दुकानों पर टमाटर 40 रूपये प्रतिकिलोग्राम, करेला व भिंडी 60 रूपये, फूलगोभी 30 रूपये, कददू 30 रूपये, मटर 30 रूपये, संतरा 80 रूपये, बैंगन 40 रूपये प्रतिकिलोग्राम बिक रहे थे । जबकि किसान भवन राजगढ़ के साथ सब्जी की दुकान पर फल व सब्जी के रेट काफी कम पाए गए जिसमें टमाटर 30 रूपये प्रतिग्राम, फूलगोभी 20 रूपये , करेला व भिंडी 40 रूपये, संतरा 70 रूपये, मटर 20 रूपये, बैंगन 30 रूपये प्रतिकिलोग्राम बेची जा रही थी । अर्थात शहर की दुकानों पर दस रूपये प्रतिकिलोग्राम का अंतर पाया गया । दुकानदारों द्वारा एक गत्ते पर हाथ से लिखकर औपाचारिकता के तौर रेट लिस्ट एक कोने में टांगी होती हैं ।
एपीएमसी पांवटा के सचिव राजकुमार ने बताया कि राजगढ़ सब्जी मंडी में ऑक्शन रिकार्डर न होने के कारण फल व सब्जियों की दरें निर्धारित नहीं हो पा रही है जिस कारण दुकानदार अपनी मर्जी से रेट लगाते हैं । उन्होने बताया कि राजगढ़ सब्जी मंडी पिछले कई वर्षो से सोलन के अधीन रही है और करीब दो माह पहले इसे पांवटा के अधीन लाया गया है । लॉकडाउन के कारण राजगढ़ मार्किट कमेटी का स्टाफ को सोलन से रीलीव नहीं किया गया है । उन्होने कहा कि स्टाफ आने पर राजगढ़ मंडी को क्रियाशील बनाया जाएगा ।
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