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फर्स्ट और सेकेंड ईयर के छात्र प्रमोट, बंद रहेंगे स्कूल, कॉलेजों में होंगे दाखिले, 16 अगस्त से लगेंगी नियमित कक्षाएं

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हिमाचल प्रदेश में यूजी फर्स्ट और सेकेंड ईयर कॉलेजों छात्रों को प्रमोट कर दिया गया है। बुधवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। इससे पहले हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने पांच जुलाई को बीए, बीएससी, बी कॉम और शास्त्री द्वितीय वर्ष का परीक्षा शेड्यूल जारी किया था। बीए, बीएससी, बीवॉक कोर्स के  द्वितीय वर्ष की ये परीक्षाएं 15 जुलाई से शुरू हो कर 14 अगस्त तक होनी थीं।  जबकि शास्त्री की आफलाइन परीक्षाएं 16 जुलाई से और 11 अगस्त तक ली जानी थी। कैबिनेट के फैसले के बाद अब ये परीक्षाएं नहीं होंगी। 

हिमाचल प्रदेश में छात्रों के लिए अभी स्कूल नहीं खुलेंगे। जुलाई के अंतिम सप्ताह में एडमिशन के लिए कॉलेज खोले जाएंगे। कॉलेजों में नियमित कक्षाएं 16 अगस्त से शुरू होंगी। मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया कि सरकारी स्कूलों में तीसरी, पांचवीं और आठवीं कक्षा के प्रश्न पत्र 2021-22 से स्कूल शिक्षा बोर्ड तय करेगा।

तीसरी कक्षा के पेपर चेक करने के लिए क्लस्टर बनाएं जाएंगे। पांचवीं कक्षा के पेपर ब्लॉक स्तर पर चेक किए जाएंगे जबकि आठवीं कक्षा के पेपर जिला स्तर पर चेक होंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 2 से 13 अगस्त के बीच होगा ।

बैठक में कोविड-19 की बंदिशों में कुछ और रियायतें देने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा कई अन्य बड़े फैसले लिए गए। सरकार ने कैबिनेट ने सामाजिक, शैक्षणिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक और धार्मिक समेत अन्य समारोह में लोगों के शामिल होने की अधिकतम संख्या को बढ़ाने का फैसला लिया है।

 इसके तहत अब बंद जगहों या इंडोर में होने वाले समारोह में कुल क्षमता का 50 फीसदी या अधिकतम 200 लोग शामिल हो सकेंगे। इससे पहले यह शर्त 150 लोगों की थी। जबकि खुले में होने वाले कार्यक्रमों, समारोह में कुल क्षमता का 50  फीसदी लोग ही शामिल हो सकेंगे। इनमें शादी समारोह भी शामिल हैं। अभी अधिकतम सीमा 250 है।

कैबिनेट ने पर्यटन स्थलों पर उमड़ रही भीड़ के चलते कोविड नियमों की अनुपालना न होने पर चिंता जताई। कैबिनेट ने पर्यटकों व अन्य लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है। साथ ही ऐसे स्थलों पर सभी डीसी को सख्ती के साथ कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन सुनिश्चित करवाने को कहा है। 

कैबिनेट ने आशा वर्करों का मानदेय बढ़ाने का फैसला लिया है। आशा वर्करों को पहले 2000 मासिक मिलता था और अब 2750 मिलेगा। कोरोना से जिन बच्चों के माता-पिता की मौत हो गई है, उन्हें हर माह 1500 मिलेगा। 

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Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक