पटियाला हिंसा पर सीएम भगवंत मान का बड़ा बयान, कहा- ये दो समुदायों का नहीं, दो राजनीतिक दलों का झगड़ा
पंजाब के पटियाला में हुई हिंसा पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा किया कि यह दो समुदाय के बीच का झगड़ा नहीं था बल्कि दो राजनीतिक दलों का झगड़ा था। उन्होंने इस घटना के लिए बीजेपी और अकाली दल को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि जो कोई भी इस घटना के पीछे हैं, बच नहीं पाएंगे। कोई चाहे किसी भी पद पर क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। 
पटियाला में शुक्रवार को हिंसा के बाद आईजी राकेश अग्रवाल और एसएसपी नानक सिंह के तबादले का निर्देश जारी करने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बातचीत में कहा कि पटियाला की घटना को लेकर FIR दर्ज हो चुकी है। कुछ लोगों को पकड़ लिया गया है। कुछ को आज पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे कोई साजिश थी या नहीं, इसकी जांच चल रही है। किसने लोगों को भड़काया, कौन इस घटना के पीछे हैं। सब सामने आ जाएगा। उनका कहना था कि पंजाब में तो लोग भाईचारे और प्रेम से रहते हैं।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पटियाला की घटना के पीछे बीजेपी, शिवसेना और अकाली दल के लोग थे। ये दो राजनीतिक दलों का झगड़ा था, न कि दो समुदायों का। बीजेपी के अश्विनी शर्मा उसी दिन मत्था टेकने जा रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों से आम आदमी पार्टी की सरकार की तरक्की देखी नहीं जा रही है, इसीलिए ये सब घटनाएं करा रहे हैं। कोई किसी भी पद पर क्यों न हो, उसे बक्शा नहीं जाएगा।
गौरतलब है कि शुक्रवार को पटियाला में काली माता मंदिर के बाहर उस समय दो गुटों में झड़प हो गई थी, जब खुद को शिवसेना का कार्यकर्ता बताने वाले लोगों ने खालिस्तान विरोधी मार्च निकाला। दोनों तरफ से पथराव हुआ, तलवारें लहराई गईं। पुलिस ने करीब 15 राउंड फायर करके हालात संभाले। इस झड़प में कम से कम चार लोग घायल हुए हैं। स्थिति को बिगड़ने से बचाने के लिए शुक्रवार शाम से शनिवार सुबह तक कर्फ्यू भी लगाया गया। शनिवार को कुछ संगठनों की ओर से पटियाला बंद के आह्वान को देखते हुए शाम 6 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सस्पेंड कर दिया गया है। घटना के सिलसिले में शिवसेना नेता हरीश सिंगला को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।




