देवठी मझगांव में पद्मश्री अवार्ड के लिए चयनित विद्यानंद सरैक को प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने किया सम्मानित

Spread the love

मझगांव में पद्मश्री अवार्ड के लिए चयनित विद्यानंद सरैक को प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सम्मानित किया है।

जिला सिरमौर के राजगढ़ उपमंडल के दूरदराज क्षेत्र देवठी मझगांव में पद्मश्री अवार्ड के लिए चयनित विद्यानंद सरैक को प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सम्मानित किया है। समारोह की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने की और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जीआर मुसाफिर भी उपस्थित रहे। कुलदीप राठौर ने विद्यानंद सरैक व उनकी धर्म पत्नी को स्मृति चिन्ह व शाल देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि विद्यानंद सरैक ने सिरमौर ही नहीं, पूरे प्रदेश का सम्मान बढ़ाया है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर विकास के मामले पर पच्छाद विधानसभा क्षेत्र की पूर्ण रूप से अनदेखी करने का आरोप लगाया और कहा कि पच्छाद में हुए विधान सभा के उपचुनाव में पूरी सरकार ने यहां डेरा डाल रखा था और चुनाव प्रचार के दौरान गांव गांव में जाकर लोगों से थोक में झूठे वायदे किए। जिसमें से आज तक एक भी वायदा पूरा नहीं हो पाया।

भाजपा नेता उसके बाद क्षेत्र में लोगों का हाल-चाल पूछने तक नहीं आए।विदित रहे कि विद्यानंद सरैक को वर्ष 2017 में लोक संस्कृति संरक्षण के लिए राष्ट्रपति अवार्ड भी मिल चुका है। 82 वर्षीय विद्यानंद सरैक आज भी हिमाचली लोक गायन, उपन्यास तथा हिमाचली लोक संगीत तथा सीहटू नृत्य के लिए अपनी विशेष पहचान रखते हैं। 8 वर्ष की आयु में विद्यानंद सरैक में दिल्ली में  आल इंडिया रेडियो पर अपना पहला प्रोग्राम दिया था। उसके बाद उन्होंने देशभर में अनेकों प्रोग्राम दिए। पिछले कुछ वर्षो से वह आसरा चूड़ेश्वर कला मंच के संरक्षक की भूमिका निभा रहे हैं। विद्यानंद सरैक ने हिमाचली तथा जिला सिरमौर की पारंपरिक, सांस्कृतिक तथा सांस्कृतिक विरासत को उपन्यासों, किताबों में भी उतारा है। विद्यानंद सरैक को लिटरेचर एंड एजुकेशन में पदम श्री पुरस्कार से नवाजा जाएगा। जिला सिरमौर कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता दिनेश आर्य ने बताया कि समारोह में प्रदेश कांग्रेस कमेटी, जिला कांग्रेस कमेटी, ब्लाक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों व कांग्रेसी कार्यकर्त्ताओं ने भाग लिया।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक