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Pahalgam Attack के बाद भारत में आक्रोश, पाक में खौफ! हाई अलर्ट पर वायुसेना

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पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में जहां गुस्से का माहौल है वहीं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में खौफ साफ नजर आ रहा है। भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त रह चुके अब्दुल बासित ने भी ‘एक्स’ पर पोस्ट कर अपनी सरकार को सतर्क रहने की सलाह दी है। इस बीच खुफिया सूत्रों से खबर है कि पाकिस्तान ने अपनी वायुसेना को हाई अलर्ट पर रखा है। पाकिस्तानी टोही विमान सीमा पर लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं। पाकिस्तान को आशंका है कि भारत कहीं बालाकोट की तर्ज पर एक और एयर स्ट्राइक कर सकता है जिसका उसे करारा जवाब देना मुश्किल होगा।

अब्दुल बासित ने दी ‘कठोर प्रतिक्रिया’ की धमकी

भारत में पाकिस्तान के राजदूत रह चुके अब्दुल बासित ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “मुझे पूरा यकीन है कि पाकिस्तान के खिलाफ भारत के किसी भी दुस्साहस को नाकाम करने के लिए इस्लामाबाद हर संभव कदम उठा रहा है। मुझे कोई संदेह नहीं है कि इस बार पाकिस्तान की प्रतिक्रिया बहुत कठोर होगी।” बासित के इस पोस्ट को पाकिस्तान के अंदर व्याप्त डर के रूप में देखा जा रहा है। यही कारण है कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी तुरंत सफाई देते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले से पाकिस्तान का कोई लेना-देना नहीं है और पाकिस्तान हर तरह के आतंकवाद की निंदा करता है।

 

रावलकोट में रची गई थी हमले की साजिश

खुफिया एजेंसियों के मुताबिक पहलगाम में हुए इस जघन्य आतंकी हमले की साजिश पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के रावलकोट में रची गई थी। इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे खूंखार आतंकी संगठनों के आतंकवादी शामिल थे। सैफुल्ला खालिद कसूरी नामक एक आतंकी इस हमले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। आतंकियों ने इस हमले को हमास के तौर-तरीकों से अंजाम दिया।

यह भी ध्यान देने वाली बात है कि यह हमला ऐसे समय पर हुआ है जब पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने कुछ दिन पहले एक भड़काऊ बयान दिया था। मुनीर ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान दो अलग-अलग राष्ट्र हैं और हिंदू हर मामले में पाकिस्तान से अलग हैं उनके धर्म, रीति-रिवाज, परंपराएं, विचार और महत्वाकांक्षाएं सब अलग हैं। उनके इस बयान को पहलगाम में धर्म के आधार पर किए गए इस हमले से जोड़कर देखा जा रहा है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक