राजगढ़ की दाहन पंचायत की हरिजन बस्ती जौला फग्गू के प्राथमिक विद्यालय की मुरम्मत कार्य में स्वीकृत राशी के दुरूपयोग की शिकायत स्थानीय व्यक्ती मनीष कुमार द्वारा उपमंडलाधिकारी राजगढ़ के समक्ष की गयी है। फग्गू निवासी मनीष कुमार ने उपमंडलाधिकारी नरेश वर्मा राजगढ़ को लिखित शिकायत में शिक्षा विभाग से पुरी जानकारी नही मिलने तक कार्य पर रोक लगाने की गुजारिश की है। शिकायतकर्ता मनीष ने कहा कि प्राईमरी स्कूल जौला फग्गू की मुरम्मत के लिए स्वीकृत 6 लाख 19 हजार की राशी का एस एम् सी अध्यक्ष विवेक व् शिक्षा विभाग के कुछ बड़े आधिकारि मनमर्जी से खर्च करवा रहा है और नक्शे की जानकारी जानभूझकर छुपाई जा रही है।
पहले भी इसी स्कूल की मुरम्मत के लिए शिक्षा विभाग द्वारा 1 लाख 96 हजार की राशी का सही से इस्तेमाल नही किया गया था और एक बार फिर से सरकार के लाखो रुपयों के दुरूपयोग की आशंका है। विद्यलाय के एक कमरे के पुराने लेंटर को तोड़कर उसी पर फिर से नया लेंटर डाला जा रहा है और पुराने लेंटर को तोड़ने की अनुमती भी नही ली गयी है जबकी पुराने किसी भी निर्माण कार्य को तोड़ने की सम्बन्धित विभाग से अनुमती लेना आनिवार्य होता है। बता दे की विभाग द्वारा जब किसी स्कुल में दो कमरों का निर्माण करना होता है तो उसके लिय तीन लाख के करीब की राशी स्वकृत की जाती है लेकिन यहाँ शिक्षा विभाग की मिलीभगती से दो पुराने कमरों के रिपेयर करने के लिय शिक्षा विभाग द्वारा 6 लाख 19 हजार रुपयों की राशी स्वकृत की गई है जोकि बेहद निंदनीय है।
शिकायतकर्ता मनीष ने कहा कि मुरम्मत कार्य पर 6 लाख 19 हजार की राशी कहाँ खर्च की जानी है और क्या कार्य किया जाना है उसके विषय में 23 जुलाई को प्राथमिक शिक्षा विभाग से सुचना के अधिकार के माध्यम से जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए आवेदन किया गया है। लेकिन उसे भी जनभुजकर लेट किया जा रहा है कियुंकि जब तक विभाग द्वारा जानकरी दी जायगी तब तक पुराने कमरों पर फिर से लेंटर डाल दिया जायगा। मनीष कुमार ने उपमंडलाधिकारी राजगढ़ से निवेदन किया है कि जब तक इस राशी से किये जाने वाले कार्य का विवरण न मिल जाये तब तक कार्य को रोकने के निर्देश जारी किये जाए ताकी स्वीकृत राशी का उपयोग विभाग द्वारा स्वीकृत नक्शे व् एस्टीमेट के अनुसार ही हो।
एस डी एम् राजगढ़ नरेश वर्मा ने सम्पर्क करने पर बताया कि उन्हें इस मामले की शिकायत मिली है और उपनिदेशक एलिमेंटरी नाहन को आगामी कार्यवाही के लिए कह दिया गया है। इस बारे जब बी,इ,इ,ओ राजकुमारी से बात की गई तो उन्होंने बताया की इस बारे मुझे कोई जानकारी नहीं है विभाग द्वारा अभी तक स्कुल रिपियर के लिय कोई धनराशी स्वीकृत नहीं की गई है फिर भी में जे इ से पता करती हूं कि उसने रिपेयर के लिय इतना एस्टीमेट कैसे और क्यों बनाया।
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