कांग्रेस ने की गारंटियों से तौबा : बिंदल

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शिमला नगर निगम के लिए केवल ईरादे, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपनी गारंटियों से तौबा कर ली है , कांग्रेस पार्टी को समझ आ गया है कि गारंटियों को देना तो आसान है पर उनको पूरा करना मुश्किल है। इस बार नगर निगम शिमला के चुनावों में कांग्रेस पार्टी से अपने घोषणा पत्र में केवल ईरादे दिए है। कांग्रेस ने की गारंटियों से तौबा, शिमला नगर निगम के लिए केवल ईरादे। यह पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद डॉ राजीव बिंदल कि पहली प्रेस वार्ता रही।

शिमला नगर निगम को लेकर कांग्रेस पर हमलावर रहे बिंदल, उन्होंने कहा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कई गरंटिया दी थी , लेकिन पिछले कल निगम चुनाव के लिए कांग्रेस ने गारंटियों से तौबा कर दी क्योंकि कांग्रेस द्वारा दी गई सारी गरंटिया फेल हो चुकी है। उन्होंने कहा की न कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन मिली और न ही महिलाओं को 1500 रू मिले , प्रदेश की 22 लाख महिलाएं अभी भी 1500 रू के इंतजार एक है। अब इरादे और वायदे की बात कह रही कॉंग्रेस, इसका प्रत्यक्ष कल नगर निगम शिमला के घोषणा पत्र में साफ दिख रहा है। बिंदल ने कांग्रेस से पूछा कि 25 साल तक कॉंग्रेस की नगर निगम बनी पर उनके नेतृत्व से ढली की एक टनल तक नहीं बन पाई पर भाजपा सरकार ने 70 करोड़ की लागत से पानी की योजना बनाकर उसे निर्धारित समय में पूर्ण किया और ढली में नई टनल का निर्माण भी 53 करोड़ की लागत से किया।

उन्होंने कहा की मेनिफेस्टो में कॉंग्रेस अपना इरादे भी स्पष्ट नहीं कर पाई। शिमला की जनता चार महीने मे ही समझ गई है कि कांग्रेस की सरकार के हाथ खड़े हो चुके, शिमला की जनता ने भाजपा के कार्यकाल में पिछले पांच साल मे बदलता हुआ शिमला देखा है। भाजपा ने शिमला शहर को अनेकों सुविधाएं दी है, कांग्रेस इस बात से डरी हुई है। डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि स्मार्ट सिटी के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश को 6500 करोड रुपए आया है और शिमला शहर के लिए 1813 करोड़ की नई पेयजल योजना भी भाजपा की सरकार ही लाई है। साथ ही 1516 करोड़ की पर्वतमाला योजना भी केंद्र सरकार की शिमला शहर को एक बड़ी सौगात है। 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक