डॉ. शांडिल ने सोलन तथा कण्डाघाट शिक्षा खण्ड के शिक्षकों को 261 टेबलेट किए वितरित

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स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने आज सोलन ज़िला के कण्डाघाट में समग्र शिक्षा अभियान के तहत सोलन तथा कण्डाघाट शिक्षा खण्ड के शिक्षकों को 261 टेबलेट वितरित किए।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस अवसर पर शिक्षा खंड सोलन के शिक्षकों को 130 तथा कण्डाघाट खंड के प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों को 131 टेबलेट वितरित किए गए।
डॉ. शांडिल ने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों के 17 हजार 510 प्राइमरी शिक्षकों को यह टैबलेट वितरित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का यह कदम स्कूलों में शिक्षण प्रक्रियाओं के डिजिटाइजेशन की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के इस कदम से शिक्षकों की शैक्षणिक डिजिटल संसाधनों तक बेहतर पहुंच बनेगी। उन्होंने कहा कि इससे प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाने, यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन (यूडीआईएसई) डेटा अपलोड और अपडेट करने में शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति दर्ज करने में भी सहायता मिलेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस योजना से स्कूलों में शिक्षण कार्य में सुधार होगा और स्कूलों में शिक्षण सामग्री प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने में शिक्षकों को मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इन टेबलेट का इस्तेमाल कर शिक्षक ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भी भाग ले सकेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय ले रही है। इस दिशा में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों की स्थापना एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि डे बोर्डिंग स्कूलों में प्रदेश के विद्यार्थी विश्व स्तरीय गुणात्मक शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को स्वरोज़गार प्रदान करने के उद्देश्य से व्यावसायिक व भविष्योन्मुखी पाठ्यक्रम आरम्भ किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर खण्ड कांग्रेस कमेटी सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, उपमण्डलाधिकारी कण्डाघाट सिद्धार्थ आचार्य, कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आत्मा) के अध्यक्ष सुरेन्द्र ठाकुर, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ. शिव कुमार, शिक्षा खंड अधिकारी सोलन हरिराम चंदेल, शिक्षा खंड अधिकारी कंडाघाट संतोष कुमार, उप जिला शिक्षा अधिकारी राजकुमार पराशर सहित विभिन्न स्कूलों के अध्यापक उपस्थित थे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक