पुलिस पेंशनर वेलफेयर एसोसिएसन (हि0प्र0) की बैठक प्रथम भारत आरक्षित वाहिनी बनगढ़ जिला ऊना में श्री कशन चन्द शां डल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में आयोजित की गई जिसमें जिला सिरमौर, सोलन, हमीरपुर, मंडी, कांगड़ा व ऊना जिला से राज्य स्तरीय पैंशनर वेलफेयर के लगभग 130 सेवानिवृत पुलिस अधकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया तथा राज्यस्तरीय कार्यकारिणी कमेटी का गठन किया गया जो निम्न प्रकार से है :
श्री चमन लाल भाटिया उना – प्रेजिडेंट, श्री बम दास हमीरपुर- जनरल सैक्रेटरी, श्री एमआई खान सिरमौर – जनरल सेक्रेटरी, श्री जसवीर सिंह सोलन – जनरल सेक्रेटरी, श्री परंभानंद मण्डी – सिनियर वाइस प्रेसिडेट श्री कैलाश वालया कांगड़ा – सीनियर वाइस प्रेसिडेंट श्री लवकेश हमीरपुर – वाईस प्रेसडेंट, श्री कृष्ण कुमार सोलन – वाईस प्रेसडेट, श्री राम कुमार उना प्रैस सैक्रेटरी श्री साहेब संह कागड़ा- कै शयर, श्री धनी राम तनवर सोलन -मुख्य सलाहकार, श्री गुरशरण सिरमौर – सलाहकार, श्री धोशयार सिंह हमीरपुर – सदस्य, श्री मोहिन्द्र सिंह हमीरपुर – सदस्य, श्री भगवन्त सिंह हमीरपुर- सदस्य, श्री विशेष कुमार कागड़ा – सदस्य श्री राजेन्द्र कुमार काँगड़ा – सदस्य, श्री दयानन्द मण्डी सदस्य, श्री शिव सिंह मण्डी – सदस्य, श्री जागीर सिंह सिरमौर -सिरमौर, श्री सुनील मुहम्मद सिरमौर – सदस्य, श्री दीप राम ठाकुर सोलन – सदस्य, नागेन्द्र ठाकुर सोलन – सदस्य, श्री बृज मोहन उना – सदस्य, श्री सुरिन्द्र पाल उना. – सदस्य, श्री प्रमोद सिंह – सदस्य, श्री मनजीत सिंह मण्डी – सदस्य , श्री वेद प्रकाश उना – सदस्य, श्री शाम लाल ठाकुर सोलन – सदस्य, श्री मनोहर चौधरी ऊना – सदस्य
मीटिंग में सम्मिलत सदस्यों ने निम्न ल खत मुद्दे ऊठाए जो निम्न प्रकार से हैं :- 1. सेवा निवृत पुलिस कर्मचारी जब थाना चौकियों में किसी अपने काम से जाते हैं तो उन्हें वहां पर सम्मान नहीं दिया जाता जिसके वे हकदार हैं। 2. पुलिस वभाग से सेवानिवृत हुए कर्मचारियों /अधकारियों की मृत्यु होने पर उन्हें सम्मान व नौकरी के दौरान काटे गए वैलफेयर फण्ड से कम से कम 10 हजार रुपये उनके आश्रतों को आर्मी की तरह देने की व्यवस्था होनी चाहिए।
3. पुलिस विभाग में मुख्य आरक्षयों को मानक सहायक उप-निरीक्षक के पद पर पदोन्नति दी जाती है परन्तु उन्हें मानक मुख्य आरक्षी सहायक उप निरीक्षक बनाए जाने पर उस रैंक की सालाना बढ़ौतरी नहीं दी जाती है जिससे उनको वत्तीय हानि के साथ-2 उनका मनोबल भी गरता जा रहा है। 4. NGO ग्रेड-1 की तैनाती भी उनके गृह जिला में होनी चाहिए जैसे की प्रशासनिक वभाग में राजपत्रित/अराजपत्रित अधकारियों की उनके गृह जिला में की जाती है। 5. जब भी पुलिस महानिदेशक पुलिस उपमहानिरीक्षक जिलों में प्रवास करते हैं तो वहां के स्थानीय पुलिस सेवा निवृत अधकारियों कर्मचारियों के साथ बैठक लिए जाने का प्रावधान कया जाए । आरक्षी से लेकर निरीक्षक पद तक राजपत्रित अधकारियों की तरह उन्हें भी UNIFORM ALLOWANCE दिया जाए ताकि वे एक अच्छी किस्म के कपड़े की वर्दी सिलवा सकें। 6. चम्बा बार्डर पर जिला पुलिस वाहिनी पुलिस के बजाए BSF व ITBP आदि फोर्स लगाई जाए ताकि पलिस को वहां से हटाकर उस नफरी को जिला के थाना व चौकियों में कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु तैनात कया जाए और नफरी की कमी को पूरा कया जा सके। 7. पुलिस वभाग में आरक्षी से लेकर निरीक्षक पद तक जो अतिरिक्त वेतन दिया जा रहा है वह पुराने वेतन के आधार पर दिया जाए जिसे 01.01.2016 के नए वेतनमान के अनुसार दिया जाए। 8 . पुलिस कैन्टीन में आर्मी कैन्टीन की तरह WINE व नई गाड़ी (TWO WHEELER & FOUR WHEELER) उपलब्ध करवाने की भी व्यवस्था की जाए। 9. सेवानिवृत कर्मचारियों व अधकारियों ने मुद्दा ऊठाया कि उन्हें मैडिकल बिलों की अदायगी उचित समय पर नहीं की जाती है जिससे उन्हें वितीय संकट का सामना करना पड़ता है इसलिए ईकाईयों को चाहिए कि वे पुलिस मुख्यालय से अधिक बजट उपलब्ध करवाने हेतु उचित समय पर पत्राचार करें ताकि किसी सेवानिवृत अधिकारी कर्मचारी को वितीय संकट का सामना ना करना पड़े।
10. पुलिस मुख्यालय द्वारा हाल ही में स्टेट बैंक आफ इंडिया से MOU किया गया जिसमें सेवारत अधकारियों व कर्मचारियों को लाभ दिया जाए परन्तु जैसा MOU पंजाब नेशनल बैंक के साथ किया गया कि सेवारत व सेवानिवृत अधकारियों को लाभ दिया जाए। अतः अनुरोध किया जाता है क इसी तरह स्टेट बैंक आफ इंडिया से भी MOU किया जाए ताकि सेवारत कर्मचारियों की भांति सेवानिवृत पुलिस अधकारियों कर्मचारियों को भी पूरा वितीय लाभ मिल सके। प्रैस सचिव, पुलिस पैंशन वैलफेयर एसोसिएशन, जिला ऊना (हि०प्र०) | प्रतिलिपी निम्न लीखित को सूचनार्थ प्रेषत है- 1. माननीय मुख्य सचिव, हिमाचल प्रदेश, शमला-2 2. माननीय पुलस महानिदेशक, हिमाचल प्रदेश, शिमला-2 3. पुलिस अधिक्षक ऊना, जिला ऊना
20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक