एयर होस्टेस ने प्राइवेट जेट में अरबपतियों की अय्याशी का किया खुलासा, कहा- बनाने पड़ते थे संबंध

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एक प्राइवेट जेट एयर होस्टेस ने हाल ही में अपने सनसनीखेज संस्मरण में हवा में हजारों मील ऊपर होने वाली सेक्स, साजिश और घोटाले की कहानियों को साझा किया है। उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें अरबपतियों की चमचमाती लेकिन डार्क दुनिया में धकेल दिया गया था जहां एयरहोस्टेसेस दुनिया के सबसे मशहूर ब्रैड्स पहनती थीं और फ्लाइट में ऐशो-आराम के तमाम साधन मौजूद होते थे। 

अपनी पहचान छिपाने और करियर बचाने के लिए इस फ्लाइट अटेंडेंट ने सास्किया स्वान नाम का इस्तेमाल किया है और उन्होंने इस किताब को निकोला स्टॉ के साथ लिखा है। इस महिला के मुताबिक वे लंदन में छह सालों तक काफी कम पैसों में काम कर रही थीं हालांकि इस शहर के बार में एक मुलाकात के बाद उन्हें एक लक्जरी प्राइवेट जेट में जॉब मिल गई थी। 


सास्किया ने रूसी अरबपति के लिए काम करने वाली नौकरी से पहले आठ गोपनीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे और उन्हें इस काम के हर साल 40 हजार पाउंड्स यानि लगभग 40 लाख रुपए मिलते थे। उन्होंने बताया कि वे लक्जरी लाइफस्टाइल को काफी इंजॉय कर रही थीं लेकिन इसके कुछ खतरनाक पहलू भी थे। 

सास्किया ने किताब में लिखा कि वे अक्सर अपने अरबपति बॉस के साथ ट्रैवल करती थीं और कई बार उनकी बच्चे भी होते थे।  हालांकि एक बार इस्तानबुल से अमेरिका जाते वक्त जब उनकी पत्नी ने अपने पति को अलविदा कहा था तब इस अरबपति की गर्लफ्रेंड इस प्राइवेट जेट में चढ़ गई थी।  सास्किया का कहना था कि ना केवल वो अपनी पत्नी को ची’ट कर रहे थे बल्कि खुद सास्किया को अपने मालिक के साथ संबंध बनाने पड़े थे। ऐसा नहीं करने पर सास्किया के जॉब जाने का खतरा था. उन्होंने कहा कि वे काफी शर्मिंदा महसूस कर रही थीं लेकिन उस हालात में कुछ नहीं कर सकती थीं।  

उन्होंने आगे लिखा कि उस दौर में हाई प्रोफाइल लाइफस्टायल के चलते मुझ पर काफी ज्यादा कर्ज हो गया था और मुझे नौकरी से निकाला भी जा सकता था। मुझे लगता था कि उन्हें अपने मालिक के साथ सिर्फ वन नाइट स्टैंड करना होगा लेकिन आर्थिक स्थिति के खराब होने और लक्जरी लाइफस्टायल की दौड़ में उनका अपने मालिक के साथ कुछ साल अफेयर चलता रहा। 

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Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक