डॉ. दीक्षिता जसरोटिया ने सेना में कैप्टन बनकर किया नाम रोशन

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नूरपुर के वार्ड 6 के निवासी राजेंद्र जसरोटिया की बेटी डॉ. दीक्षिता जसरोटिया ने सेना में कैप्टन बन कर नूरपुर का नाम रोशन किया है। उनकी सेना में नियुक्ति की खबर मिलते ही शहर में खुशी की लहर दौड़ गई। उनके पिता राजेंद्र जसरोटिया बी.एस.एन.एल. से डिवीजनल इंजीनियर के पद से सेवानिवृत हुए हैं व उनकी माता  अनुजा जसरोटिया अंग्रेजी विषय की प्रवक्ता के रूप में शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दे रही है।

डॉ. दीक्षिता जसरोटिया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सैक्रेड हार्ट स्कूल डल्हौजी व जमा दो की शिक्षा शिवालिक पब्लिक स्कूल पंजाहड़ा से हासिल की है। उन्होंने एम.एम.यू. सोलन से एम.बी.बी.एस. की डिग्री हासिल की व वर्तमान में वह सिविल अस्पताल डल्हौजी में अपनी सेवाएं दे रही है। अपनी मेहनत के बल पर वह सेना की परीक्षा पास कर कैप्टन के पद पर नियुक्त हुई है। डॉ. दीक्षिता जसरोटिया आर्मी अस्पताल पठानकोट में अपनी सेवाएं देंगी। डॉ. दीक्षिता जसरोटिया ने बताया कि उनकी शुरू से यह इच्छा थी कि वह सेना में जाकर देश की सेवा करें व परिवार की भी यह इच्छा थी। उन्होंने खुशी जताई कि वह परिवार की इच्छा पूरी करने में सफल रही है व अब वह सेना में जाकर देश की सेवा करेंगी। डॉ. दीक्षिता जसरोटिया के पिता राजेंद्र जसरोटिया काफी लंबे समय तक नूरपुर में बी.एस.एन.एल. में कई पदों में रहे  हैं। उन्होंने अपनी बेटी की सफलता के लिए भलेई माता का आभार जताया। उन्होंने कहा कि दीक्षिता ने सेना में कैप्टन रैंक हासिल कर परिवार का नाम रोशन किया है

 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक