सरकार की सख्‍ती के बीच हिमाचल के मंदिरों में आ रहे श्रद्धालुओं के लिए राहत की खबर, आसान हुई एंट्री

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हिमाचल प्रदेश सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सख्‍ती बरती है। लेकिन श्रद्धालुओं के लिए राहत की बात भी है। श्रावण अष्‍टमी नवरात्र मेलों में आने वाले श्रद्धालुओं को अब रैपिड एंटीजन टेस्‍ट रिपोर्ट के आधार पर भी एंट्री मिल जाएगी। पहले सरकार ने 72 घंटे पुरानी आरटीपीसीआर रिपोर्ट या वैक्‍सीनेशन सर्टिफ‍िकेट की शर्त रखी थी, इनमें से कोई भी दस्‍तावेज न होने पर हिमाचल की सीमा में प्रवेश नहीं दिया जा रहा था। श्रावण अष्‍टमी नवरात्र मेलों के कारण हजारों श्रद्धालु प्रदेश के म‍ंदिरों का रुख कर रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सख्‍ती बरती है।

प्रदेश के प्रवेश द्वारों पर लगातार भीड़ बढ़ रही है और विवाद की स्थिति बन रही है, क्योंकि वैक्सीन की एक डोज़ के बाद दूसरी डोज़ 84 दिन बाद लगती है ऐसे में तत्काल हिमाचल में आने के लिए यह सर्टिफ‍िकेट मिलना संभव नहीं है।

आरटीपीसीर रिपोर्ट भी अभी तक दूसरे दिन या तीसरे दिन आ रही है, इस वजह से अधिकतर लोग हिमाचल के प्रवेश द्वारों पर बहसबाजी कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें बिना रिपोर्ट व सर्टिफ‍िकेट के प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। इस समय चिंतपूर्णी और ज्वालाजी में सावन माह के मेले लगे हुए हैं, जिस वजह से रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रदेश में आ रहे हैं। सरकार ने अब रेपिड टेस्ट पर भी एंट्री की अनुमति दे दी है, यदि कोई रेपिड टेस्ट की रिपोर्ट लेकर प्रदेश में प्रवेश करना चाहे तो उसे प्रवेश की अनुमति है।

एसपी ऊना ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया आरटीपीसीर, डबल डोज़ वैक्सीन सर्टिफिकेट और अब रेपिड टेस्ट के साथ हिमाचल में प्रवेश कर सकते हैं। हालांकि हिमाचल सरकार की तरफ से रेपिड टेस्ट प्रदेश के प्रवेश द्वार पर नहीं होगा, क्योंकि यदि कोई संक्रमित आ जाए तो उसको क्‍वारंटाइन और किसी अस्‍पताल ले जाने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था करनी होगी। इस समय श्रद्धालु सिर्फ अपनी तरफ से रेपिड टेस्ट करवा कर लाएं तो प्रदेश में अनुमति मिलेगी।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक