गप्पों का हलवा बनाने में माहिर हैं भाजपा नेता- कांग्रेस

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ज्वालामुखी (विजयेन्दर शर्मा) मुख्यमंत्री का यह कहना कि करोना आए चाहे जाए विकास नहीं रुकेगा पूर्णतः गैर जिम्मेदाराना बयान है। भाजपा सरकार की लापरवाहियों का खमियाजा प्रदेश की जनता भुगत चुकी है। यह विचार प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दीपक शर्मा ने रखे। उन्होंने कहा कि देश में करोना का नया वायरस आने के बाद मामले बढ़ने लगे हैं। देश के कुछ राज्यों में करोना के नए स्टेन ने दस्तक दी है यह गम्भीर मामला है। ऐसे में हिमाचल को लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। आवश्यक सावधानियों के साथ ही प्रदेश को आगे बढ़ना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को टेस्टिंग और वैक्सीन के कार्य को अधिक से अधिक बढाना होगा और अनावश्यक आवागमन रोकने के उपाय भी करने होंगे तभी आने वाली किसी भी आफत से बचा जा सकता है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अगर करोना संकटकाल के समय सरकार गम्भीरता दिखाती और प्रदेश की सीमाओं पर ही बाहर से आने वालों को संघ रोध केंद्रों में रखती तो प्रदेश को इतना बड़ा खमियाजा नहीं भुगतना पड़ता। प्रदेश के एक हज़ार लोगों को जान से हाथ नहीं धोना पड़ता और 60 हज़ार लोग संक्रमित नहीं होते। दीपक शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता को विकास के नाम पर गुमराह कर रहे हैं।वर्चुअल उद्घाटनों से विकास नहीं होता उसके लिए विकास को धरातल पर उतरना पड़ता है और यह तभी सम्भव है अगर मूर्तरूप में कार्य किया जाए। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा हमेशा गप्पों का हलवा बनाती है इससे प्रदेश का कोई भला नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सरकार ने विकास किया होता तो प्रदेश में भाजपा द्वारा घोषित 64 नेशनल हाईवे नज़र आते, रेल लाइन दिखाई देती। बेरोज़गारी दूर होती किसान.बागवान सड़कों पर आ कर प्रदर्शन नहीं कर रहे होते, महंगाई से आमजन आहत न होता। दीपक शर्मा ने कहा कि प्रदेश भाजपा सरकार की कारगुज़ारी से प्रदेश का आमजन दुःखी है लेकिन एकमात्र मुख्यमंत्री हैं जो अपने मुंह मीयाँ मिट्ठू बन कर अपने गुणगान में लगे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि अब तो भाजपा कार्यकर्ता खुल कर और नेता दबी जुवान में सरकार की असफलताओं पर रोष प्रकट करने लगे हैं। इससे साफ पता लगता है कि यह सरकार मात्र जुमलेवाज़ों की सरकार है इस सरकार को आमजन की ज्वलन्त समस्याओं से कुछ भी लेना.देना नहीं है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक