3 माह में 113 बार जल कर राख हुए धर्मशाला के जंगल….
फायर सीजन चल रहा है, ऐसे में बात करें धर्मशाला वन मंडल की तो यहां के जंगल 3 माह में अब तक 113 बार जल चुके हैं, यानी अब तक वन मंडल के जंगलों में आग लगने की 113 घटनाएं घटित हो चुकी हैं जिससे 529.10 हेक्टेयर भी आग लगने की वजह से जला है तथा इन घटनाओं से 2 लाख 32 हजार 470 रुपये के नुकसान का आकलन किया गया है। आग से प्रभावित वन क्षेत्र में 72.65 हेक्टेयर पौधों वाला क्षेत्र, जबकि 456.45 हेक्टेयर नेचुरल एरिया जला है। हालांकि वन विभाग का फील्ड स्टाफ पूरी मुस्तैदी अपना रहा है, लेकिन फिर भी शरारती तत्व विभिन्न वन क्षेत्रों को आग के हवाले कर रहे हैं। इस साल फरवरी माह से वन मंडल धर्मशाला के अंतर्गत जंगलों में आग की घटनाएं सामने आना शुरू हो गई थी।
फरवरी माह में जंगल में आग का एक मामला सामने आया था, जबकि मार्च में 5 से 6 मामले सामने आए हैं। वहीं अप्रैल माह में फायर सीजन शुरू होते ही जंगलों के आग के मामलों में भी खासी वृद्धि हुई है। जंगलों में आग लगने की घटनाओं में वृद्धि होने का आलम यह है कि फील्ड स्टाफ के साथ अधिकारियों को भी ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए फील्ड में उतरना पड़ रहा है। पिछले तीन दिनों में जंगलों में आग की घटनाओं में काफी बढ़ोतरी हुई है। शुक्रवार को ही धर्मशाला के विभिन्न 10 वन क्षेत्रों में आग लगने की घटनाएं सामने आई है।
स्थानीय लोगों और बुद्धिजीवियों की ओर से भी वन विभाग, दमकल विभाग और खुद भी आग बुझाने के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही लोगों की ओर से कहा जा रहा है कि जिन लोगों द्वारा आग लगाई जा रही है, उन पर उचित कार्रवाई भी की जाए। लाखों रुपए की वन संपदा को हो रहे नुकसान और जीव-जंतुओ को होने वाले नुक्सान को देखते हुए बड़े स्तर पर कार्रवाई करने की बात उठाई जा
रही है।