3 गैंगस्टरों ने ऐसे रची मूसेवाला के मर्डर की साजिश, नशेड़ी ने दी शूटरों को हर पल की जानकारी

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दिल्ली पुलिस का कहना है कि उसने अब तक छह शूटरों की पहचान तय कर ली है. शूटरों में तीन पंजाब के, दो हरियाणा के, एक राजस्थान का और दो महाराष्ट्र के बताए जा रहे हैं.(फाइल फोटो)पंजाब और दिल्ली की पुलिस ने मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश की गुत्थी को सुलझाने में काफी हद तक कामयाबी हासिल कर ली है. पुलिस के मुताबिक दिल्ली की तिहाड़ जेल और विदेश में बैठे तीन गैंगस्टरों ने मिलकर चार राज्यों से आठ किराए के शूटर जुटाए और अंत में एक ड्रग एडिक्ट ने सिद्धू मूसेवाला की अंतिम-मिनट की रेकी की, जिसके बदले में उसे केवल कुछ हजार रुपये मिलने की बात सामने आ रही है. कई महीनों में रची गई इस हत्या की साजिश को अंजाम देने के लिए कुछ शूटरों को 3.5 लाख रुपये तक दिए गए।

पंजाब पुलिस इस घटना के पीछे कुछ गिरोहों की आपसी रंजिश को जिम्मेदार बता रही है। बहरहाल 29 मई को मानसा में दिनदहाड़े सिद्धू मूसेवाला की हत्या किए जाने के 18 दिन बाद भी राज्य के अधिकारी किसी भी शूटर को गिरफ्तार नहीं कर पाए हैं। पुणे पुलिस ने जरूर दो शूटरों को पकड़ा है और वे जल्द ही पंजाब लाए जाएंगे।  फिर भी पंजाब पुलिस को उम्मीद है कि मूसेवाला की हत्या की साजिश के कथित मास्टरमाइंड गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से चल रही पूछताछ से हर बात का खुलासा हो सकता है।

दिल्ली पुलिस का कहना है कि उसने अब तक छह शूटरों की पहचान तय कर ली है। शूटरों में तीन पंजाब के, दो हरियाणा के, एक राजस्थान का और दो महाराष्ट्र के बताए जा रहे हैं।  इन सभी शूटरों की व्यवस्था गोल्डी बराड़ और विक्रम बराड़ ने की थी। पुणे पुलिस ने दो शूटरों संतोष जाधव और नवनाथ सूर्यवंशी को गिरफ्तारी किया है।  पंजाब पुलिस की एक टीम अब उन्हें हिरासत में लेने और उन्हें वापस लाने के लिए महाराष्ट्र में है. इन दोनों को हत्या करने के लिए 3.5 लाख रुपये मिलने की बात सामने आई है.पुलिस ने नौ लोगों को हत्या में इस्तेमाल किए गए दो वाहनों की व्यवस्था करने, हत्या से पहले कुछ शूटरों को पनाह देने और मूसेवाला की गतिविधियों की रेकी करने जैसी घटनाओं को अंजाम देने के आरोप में गिरफ्तार किया है।  इनमें से एक संदीप सिंह उर्फ केकड़ा ने अपने भाई के साथ 29 मई को मूसेवाला की हर गतिविधि की जानकारी शूटरों को दी।  ड्रग एडिक्ट केकड़ा को इस काम के लिए केवल 15,000 रुपये मिलने की बात कही जा रही है। 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक