20 लाख की फिरौती का मामला, सोलन से जुड़े तार

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हिमाचल प्रदेश के सोलन में फिल्मी स्टाइल में अपहरण के एक मामले को राजस्थान की जयपुर पुलिस ने बेहद दिलचस्प तरीके से सुलझाया है। इस मामले के मास्टरमाइंड सॉफ्टवेयर इंजीनियर वीरेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसने 18 अगस्त को अपने साथी के साथ मिलकर अनुज नामक युवक को राजस्थान में नाहरगढ़ पहाड़ी से अगवा किया था।

 

 

अनुज अपने दोस्त सोनी सिंह के साथ नाहरगढ़ की पहाड़ियों पर घूमने गया था, जहां कुछ युवकों ने उन्हें देखकर समझा कि ये संपन्न परिवार से हैं। इसके बाद उन लोगों ने दोनों के मुंह पर टेप लगाकर, हाथ-पांव बांधकर उन्हें गाड़ी में बैठाया और फरार हो गए। अपहरणकर्ताओं ने अनुज के परिवार से 20 लाख रुपये की फिरौती की मांग की और फिरौती देने के लिए कालका-शिमला टॉय ट्रेन के आखिरी डिब्बे में पैसे के साथ बैठने को कहा

इस बीच, पुलिस फोन को ट्रेस करते हुए अपहरणकर्ताओं की तलाश में जुट गई। पुलिस ने ट्रेन के रूट पर अपनी टीमों को तैनात किया और जैसे ही अपहरणकर्ताओं ने धर्मपुर रेलवे स्टेशन के पास पैसों का बैग फेंकने को कहा, वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने दो युवकों को धर दबोचा। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने सोलन के वार्ड नंबर एक में किराए के मकान पर छापा मारा, जहां से अनुज को सुरक्षित बरामद कर लिया गया।

 

 

इस दौरान, जैसे ही जयपुर पुलिस मकान के अंदर पहुंची, अनुज गहरी नींद में सो रहा था। पुलिस ने उसे नींद से उठाते हुए कहा, “बेटा, हम जयपुर पुलिस हैं, इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें पुलिस के इस एक्शन की तारीफ हो रही है। बदमाशों की निशानदेही पर पुलिस ने सोलन के वार्ड नंबर एक में एक किराए के मकान में छापा मारा था, जहां से अनुज मीणा को सुरक्षित बरामद कर लिया गया। यह भी पता चला है कि मास्टर माइंड पिछले 6 साल से किराए के मकान में लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा था।

अपहरण के दौरान, बदमाशों ने अनुज और उसके दोस्त सोनी सिंह से मारपीट कर नशीली दवा सुंघाकर बेहोश कर दिया था। फिर अनुज को मुंह पर पट्टी लगाकर सोलन ले गए, जबकि घायल सोनी को वहीं छोड़कर भाग निकले। सोनी को होश आने पर उसने तुरंत परिवार और पुलिस को सूचित किया। इसके बाद, पुलिस ने नाहरगढ़ की पहाड़ियों में अनुज की तलाश शुरू की, लेकिन वह नहीं मिला।

पुलिस की जांच में मास्टरमाइंड वीरेंद्र सिंह (40) और उसके साथी विनोद (26), अमित कुमार (24), जितेंद्र भंडारी (21), और एक महिला जमुना सरकार (36) को गिरफ्तार किया गया। वीरेंद्र सिंह, जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, यूपी में एक व्यापार में भारी नुकसान के बाद इस अपहरण की साजिश रची थी। पकड़े गए आरोपियों का पहले कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। इस घटना ने पुलिस के शानदार एक्शन और अपहरणकर्ताओं के प्लान को नाकाम करने की कहानी को फिल्मी अंदाज में बयां किया है, और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने जयपुर पुलिस की तारीफों के पुल बांध दिए हैं।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक