हिमाचल में BLACK FUNGUS महामारी घोषित, सरकार ने जारी की अधिसूचना

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हिमाचल में ब्लैक फंगस का एक मामला आने के बाद अब सरकार अलर्ट हो गई है। सरकार ने ब्जैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया है। सभी स्वास्थ्य संस्थानों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। ब्लैक फंगस महामारी को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके तहत यह अधिसूचना आगामी एक साल के लिए प्रभावी होगी। इसके बाद अब सभी सरकारी व निजी स्वास्थ्य संस्थान को इसके उपचार के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार तथा आईसीएमआर. द्वारा समय-समय पर जारी गाइडलाइंस पर अमल करना होगा। सभी निजी व सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को ब्लैक फंगस के मामलों को संबंधित सीएमओ के माध्यम से सरकार को रिपोर्ट करना होगा। स्वास्थ्य विभाग की अनुमति के बिना कोई भी इसको लेकर प्रचार नहीं कर पाएगा।

हिमाचल प्रदेश में भी ब्लैक फंगस महामारी घोषित, नियम अधिसूचित

स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र से मांगे अतिरिक्त ऑक्सीनन प्लांट वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सहजल ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से भी कोविड विषय पर बातचीत की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने हिमाचल में कोरोना की स्थिति को जाना। उन्होंने यह जानकारी दी कि वैक्सीनेशन को किस तरह से बेहतर बनाया जा सकता है। उन्होंने इसको लेकर सुझाव दिए। इस दौरान मंत्री डॉ. राजीव सहजल ने केंद्र से अतिरिक्त ऑक्सीजन प्लांट की मांग की। हालांकि हिमाचल को 6 प्लांट केंद्र पहले दे चुका है।

ब्लैक फंगस को लेकर सरकार पूरी तरह से सजग

मंत्री डॉ. राजीव सहजल ने कहा कि ब्लैक फंगस को लेकर सरकार पूरी तरह से सजग है तथा केंद्र के बाद प्रदेश में भी इसे महामारी घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि 14 मई से प्रदेश में कोरोना के मामलों में गिरावट आई है लेकिन सप्ताह व 10 दिन में यह क्रम जारी रहेगा, तभी कहा जा सकता है कि मामलों में गिरावट आ रही है। उन्होंने अपीललोगों से की है कि वे वैक्सीन लगाने के लिए आगे आएं।

ब्लैक फंगस का प्रोटोकॉल के तहत होगा उपचार : जयराम

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस का उपचार प्रोटोकॉल के तहत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस महामारी का उपचार करने के लिए पुख्ता प्रबंध कर लिए गए हैं तथा इस विषय को लेकर उन्होंने उच्च अधिकारियों एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों से बात की है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अब तक इसका एक ही मामला सामने आया है लेकिन दूसरे राज्यों में बड़े स्तर पर इसे देखा गया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जो भी बेहतरीन हो सकता है, वह उपचार किया जाएगा।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक