हिमाचल में सेब सुधारेगा सुस्त आर्थिकी की सेहत, पांच हजार करोड़ का हो सकता है कारोबार, अर्ली वैरायटी के बेहतर दाम
कोरोना काल में सुस्त पड़ी आर्थिकी की सेहत इस बार सेब सुधारेगा। हिमाचल में बेशक आंधी व ओलावृष्टि ने सेब की फसल को नुकसान पहुंचाया हो, लेकिन इस बार इसका कारोबार पांच हजार करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। 2020-21 में करीब 3850 करोड़ रुपये का सेब कारोबार हुआ था। इस बार 1.62 लाख मीट्रिक टन अधिक सेब बाजार में पहुंचने का अनुमान है। पिछले साल 4.81 लाख मीट्रिक टन यानी 20 किलोग्राम के हिसाब से 2.40 करोड़ सेब की पेटियां बाजार पहुंची थी। इस बार 6.43 लाख मीट्रिक टन यानी 3.21 करोड़ पेटियों का अनुमान है। यह अनुमान बागवानी विभाग की ग्राउंड रिपोर्ट के आधार पर लगाया है, जो जून में तैयार की गई है।

प्रदेश की आर्थिकी में बागवानी का योगदान करीब छह फीसद है। ऐसे में सेब कारोबार बढऩे का लाभ हर क्षेत्र को मिलेगा। अच्छी फसल और बेहतर दाम मिलने से ठंडे पड़े कारोबार में चमक आने की उम्मीद है। अभी निचले क्षेत्रों का अर्ली वैरायटी का टाइडमैन व अन्य अगेती किस्मों का सेब बाजार में पहुंच रहा है, जिसके अच्छे दाम मिल रहे हैैं। मुख्य किस्मों के आने पर सेब के दाम और बेहतर होने की उम्मीद है।


