हिमाचल कांग्रेस में नई नियुक्तियों के बाद शक्ति प्रदर्शन का दौर तेज, जानिए क्या हैं इसके मायने
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस को लेकर हाईकमान ने पिछले दिनों बड़ा फैसला लिया है । इसमें हॉलीलाज को फिर से कांग्रेस की सत्ता का केंद्र बनाते हुए इसके सभी नजदीकियों को ही कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया है। अब इनके अलावा जो नेता हिमाचल में कांग्रेस की कमान संभालने को तैयार थे, वे भी अपना शक्ति प्रदर्शन करने में जुटे हैं। ये पार्टी के लिए एक तरह से ठीक है, लेकिन दूसरी तरफ से देखें तो गुटबाजी भी हो सकती है। यानी कांग्रेस नेता जमीन तलाशने और मबजूत बनाने के लिए पूरी जद्दोजहद में लगे हैं। इससे पार्टी को लाभ होगा, यदि दूसरी स्थिति में शक्ति प्रदर्शन कर खुद को बड़ा दिखाने की होड़ है तो भी ठीक है, लेकिन यदि जंग दूसरे को नीचे दिखाने की है तो आने आने वाले समय में इसका नुकसान होने की आशंका है।
हाईकमान के फैसले के बाद हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के नेताओं ने ऐसा ही कार्यक्रम नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस के प्रचार कमेटी के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस नेता कुलदीप कुमार ने किया। इस दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ता भारी संख्या में लोग रोड शो में एकत्रित हुए। हालांकि कांग्रेस के लिए यह बेहतर संकेत माना जा सकता है। यदि जमीन मजबूत करने के लिए काम हो रहे होंगे। इस क्षेत्र के नेता साथ में मिलकर कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित कर रहे हैं। लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि शिमला में होलीलाज को मिली राजनीतिक ताकत का जवाब देने के लिए हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के कुछ कांग्रेसी नेता एक साथ आ गए हैं।
वहीं हमीरपुर से ही कांग्रेस के दूसरे कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र राणा ने भी अपने हमीरपुर पहुंचने के बाद कार्यक्रम किया। इसके बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ दिन का कार्यक्रम हुआ है। इन सभी के बावजूद कांग्रेसी एकजुट होकर 5 मई को शिमला में शक्ति प्रदर्शन करेंगे। इसमें कांग्रेस के सभी बड़े नेता और नए पदाधिकारी हिस्सा लेंगे। रैली में मूल रूप से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया जाएगा।