हाथरस प्रकरण पर यूपी सरकार का रेवैया सवालों के घेरे पर, पीड़िता के घर की किलेबंदी कर मीडिया और नेताओं को जाने से रोक रही पुलिस
हाथरस कांड को लेकर मीडिया और विपक्ष लगातार उत्तर प्रदेश की सरकार और यूपी पुलिस के रवैये को लेकर निशाना साध रही है। वहीं प्रशासन ने किसी को भी मृतक के परिवार से मिलने से रोकने के लिए गाँव की किलेबंदी कर दी है। आज मीडियाकर्मियों और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक हुई है। बताया जा रहा है कि मृतक के परिवार के लोगों का फोन बंद करा दिया गया है और परिवार के किसी भी सदस्य को बात करने की मनाही है। खबर के मुताबिक गांव के चारों तरफ कड़ा पहरा है। भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। किसी भी गांव वाले को गांव के बाहर जाने और बाहर से किसी को भी गांव में आने के इजाजत नहीं है। मीडिया को गांव से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर ही रोका गया है। वहीं मीडिया के सवालों का जवाब देने से प्रशासन टाल-मटोल कर रहा है।
वहीं हाथरस में गैंगरेप और बलरामपुर रेप केस को लेकर समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया। राज्य के अलग-अलग जिलों में सपा के कार्यकर्ताओं ने गांधी प्रतिमा के नीचे विरोध प्रदर्शन किया। लखनऊ में सपा के कार्यकर्ता राजभवन के तरफ कूच करने लगे इसी दौरान उन्हें लाठियों से पीटा गया। कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठीचार्ज हुआ जिससे कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं। हाथरस से एक कथित वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें हाथरस के डीएम पीड़िता के परिवार पर बयान बदलने को लेकर एक तरह से धमकाते दिख रहे हैं। वायरल वीडियो में डीएम कह रहे हैं कि मीडिया वाले तो चले जाएंगे, मगर पुलिस यहीं रहेगी। लड़की के पिता ने कहा कि उन पर सरकारी अधिकारी दबाव डाल रहे हैं। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
एक अन्य कथित वीडियो के मुताबिक, परिवार की एक महिला सदस्य ने दावा किया कि उन पर जिलाधिकारी दबाव डाल रहे हैं और उन्हें डर है कि ये लोग अब उन्हें यहां नहीं रहने देंगे। इसमें उन्होंने कहा, ‘उन लोगों ने मम्मी के उल्टे सीधे वीडियो बना रखे हैं, उस टाइम हालात ऐसे थे कि जिसके जो मुंह में आ रहा था वो हम लोग बोले जा रहे थे…अब ये लोग (प्रशासन) हमें यहां रहने नहीं देंगे। ये डीएम (जिलाधिकारी) ज्यादा ही चालबाजी कर रहे हैं, प्रेशर (दबाव) डाल रहे हैं जबरदस्ती…कह रहें कि तुम लोगों की बातों का भरोसा नहीं है, जबरदस्ती बयान बदल रहे।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने मृतक पीड़िता के गांव को पूरी तरह से सील कर दिया है। हाथरस में धारा 144 लगा दी है। राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को भी जाने से रोका जा रहा है। गांव में भी किसी को भी एंट्री नहीं दी जा रही है। हाथरस छावनी में तब्दील हो चुकी है। चप्पे-चप्पे पुर पुलिस का पहरा है। इधर, हाथरस कांड के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं।




वहीं हाथरस में गैंगरेप और बलरामपुर रेप केस को लेकर समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया। राज्य के अलग-अलग जिलों में सपा के कार्यकर्ताओं ने गांधी प्रतिमा के नीचे विरोध प्रदर्शन किया। लखनऊ में सपा के कार्यकर्ता राजभवन के तरफ कूच करने लगे इसी दौरान उन्हें लाठियों से पीटा गया। कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठीचार्ज हुआ जिससे कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं। हाथरस से एक कथित वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें हाथरस के डीएम पीड़िता के परिवार पर बयान बदलने को लेकर एक तरह से धमकाते दिख रहे हैं। वायरल वीडियो में डीएम कह रहे हैं कि मीडिया वाले तो चले जाएंगे, मगर पुलिस यहीं रहेगी। लड़की के पिता ने कहा कि उन पर सरकारी अधिकारी दबाव डाल रहे हैं। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।