सुरक्षित जीवन के लिए विकास एवं प्रकृति में सन्तुलन आवश्यक- डाॅ. सैजल
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुर्वेद मन्त्री डाॅ. राजीव सैजल ने कहा कि सत्त प्रगति एवं सुरक्षित जीवन के लिए विकास एवं प्रकृति में सन्तुलन अत्यन्त आवश्यक है। डाॅ. सैजल आज नगर परिषद सोलन के वार्ड नम्बर-06 में जवाहर पार्क में पौधरोपण कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने इस अवसर पर पारिजात का पौधा रोपा और सभी से आग्रह किया कि पर्यावरण संरक्षण को जीवन का अभिन्न अंग बनाएं। डाॅ. सैजल ने कहा कि भावी पीढ़ियां विकास के लाभ तभी प्राप्त कर पाएंगी जब पृथ्वी सुरक्षित रहेगी। उन्होंने कहा कि पृथ्वी एवं सभी प्राणियों की सुरक्षा के लिए धरती के हरित आवरण को बढ़ाया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में प्रकृति को सर्वोच्च स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में वृक्षों की पूजा का सबसे बड़ा कारण पर्यावरण संरक्षण है। किन्तु जब समय के साथ शाश्वत प्राकृतिक नियमों की अवहेलना होने लगी तो मनुष्य के समक्ष अनेक समस्याएं भी खड़ी हुई। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मन्त्री ने कहा कि प्राकृतिक स्त्रोतों के दोहन में सन्तुलन बनाना होगा और इस दोहन की भरपाई करनी होगी। इस दिशा में वृक्षारोपण, पारम्परिक जल स्त्रातों की सुरक्षा और भारतीय पद्धति के अनुरूप कृषि पर ध्यान देना होगा।