सरकारी पैसे का दुरुपयोग करना कई अधिकारियों को महंगा पड़ गया। विजिलेंस ने इस बाबत उन पर एफ़आईआर दर्ज कर ली है। मामला सोलन के डिप्टी डायरेक्टर पशु चिकित्सा एवं प्रजनन विभाग का है। यहाँ कार्यरत कैशियर कम सुप्रीडेंट ग्रेड-2 ने 83 लाख रुपए से ज्यादा सरकारी कैश अपने खातों में जमा कर लिया। ये पैसा राष्ट्रीय शहरी एवं ग्रामीण मिशन (NRUM) के लिए आया था। जिसे धोखे से RTGS/ Cheques के माध्यम से अपने खातों में जमा करवा लिए। करीब 83 लाख रुपये 5 जुलाई 2010 से लेकर 7 मार्च 2018 के बीच अपने खातों में ट्रांसफर किए। जब विभाग को इस बात की भनक लगी और इसकी जांच शुरू हुई तो अपना गुनाह कबूल किया और 58 लाख रुपए सरकारी खाते में जमा करवा दिये। अभी भी दोनों 15 लाख रुपए में कुंडली जमाए बैठे है। विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो सोलन ने कर्मचारी के खिलाफ धोखाधड़ी और सरकारी धन के दुरूपयोग का मामला दर्ज किया है।