शुक्रवार का दिन रहेगा बघाट बैंक के लिए खास,जानिए वजह

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बघाट बैंक सोलन के हुए चुनाव के बाद 26 नवम्बर को नया चैयरमैन मिलने की उम्मीद है। शुक्रवार को 2:30 बजे बैंक के नए चुने हुए निदेशकों की बैठक रखी गई है जिसमे नया चैयरमैन बैंक को मिल सकता है।

गौरतलब है कि 14 नवंबर को हुए चुनाव में जोन 1 से दिव्यदर्शी सूद को 23 जबकि सुंदर सिंह ठाकुर 195 व दो मतदान रद्द हुए थे। जिसमें 172 वोटों से सुंदर ठाकुर विजयी हुए थे।

जबकि जोन 2 से अशोक ठाकुर को 155,जतिन साहनी को 62, नंदलाल को 81व संजीव कुमार को 288 वोट मिले थे व वो 133 वोट से विजयी हुए थे।

जोन 3 से अरुण शर्मा 440 वोट लेकर पहले स्थान पर रहे व नवीन अरोड़ा को 5 वोट में ही संतोष करना पड़ा। जबकि वीरेंद्र साहनी भी 62 वोट लेने में सफल रहे। इसमें 2 वोट रद्द भी हुए। अरुण शर्मा 378 वोट से इस ज़ोन से जीतकर निदेशक बने।

बात की जाए जोन 4 की तो अमर सिंह ठाकुर 208, चमनलाल अत्री 45 वोट ले पाए। इसमें 5 वोट रद्द भी हुए व  163 वोट से अमर सिंह चुनाव जीते।

वहीं जोन 5 से अमरदीप पांजा 223 व किशन ग्रोवर 287 वोट लेकर 64 वोट से जीत हासिल कर बघाट बैंक के निदेशक बन गए। इस जोन में 3 मत रद्द हुए।

जोन 6 में पिछली बार के निदेशक रहे धर्मेंद्र ठाकुर की धर्मपत्नी कल्पना ठाकुर 24 वोट से जीती। उन्हें 199 जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी नरेंद्र भसीन को 165 वोट मिले। जबकि 3 वोट रद्द भी हुए।

जबकि जोन 7 में  धर्मेंद्र 221 व किरण किशोर 329 वोट के साथ 108 वोट के अंतराल से विजयी हुए। इस ज़ोन में भी 3 मत रद्द हुए।

ज़ोन 1 से सुंदर सिंह ठाकुर, 2 से संजीव कुमार, ज़ोन 4 से अमर सिंह ठाकुर व 6 से कल्पना ठाकुर भाजपा से संबंध रखते है जबकि ज़ोन 3 से अरुण शर्मा, 5 से किशन ग्रोवर व 7 से किरण किशोर का कांग्रेस से नाता है।

बहुमत का आंकड़ा भाजपा के पास है व सुंदर सिंह ठाकुर व संजीव में चेयरमैन को लेकर आमराय बनाने की कोशिश की जा रही है । फिलहाल सुंदर सिंह ठाकुर का पलड़ा भारी है लेकिन पार्टी के नेताओं का झुकाव संजीव की तरफ दिख रहा है। बैंक के तजुर्बे व काफी समय से बैंक के डेलीगेट के तौर पर जुड़े रहने का फायदा सुंदर सिंह ठाकुर को मिल सकता है।

जबकि उपाध्यक्ष पर एकमात्र महिला होने का लाभ कल्पना ठाकुर को मिलता दिख रहा है। अगर अध्यक्ष पद पर आमराय नही बनी तो कल्पना ठाकुर की लॉटरी अध्यक्ष पद पर भी लग सकती है।

फिलहाल 2 लोग नॉमिनेट भी होने है वो कौन होंगे इसको लेकर भी गोटियां खेली जाने लगी है। बैंक में नॉमिनेट सदस्य को भी मतदान का अधिकार होता है ऐसे में भाजपा के निदेशक 4 से बढ़कर 6 हो जाएंगे व कांग्रेस के 3 ही रह जाएंगे। अगर सत्ता परिवर्तन होता है तब कांग्रेस का कब्जा हो सकता है अन्यथा इस बार बैंक से 3 निदेशक के साथ ही गुजारा करना पड़ेगा।

फिलहाल सबकी नजरें अब शुक्रवार को होने वाली बैठक पर है क्योंकि उम्मीद है कि बैंक को एक नया पालनहार मिल जाएगा व बैंक की खोई हुई प्रतिष्ठा वापिस लाने में कामयाब होगा।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक