शादीशुदा महिला के घर पहुंचा प्रेमी, बोला- साथ मरना है, 5 साल से था प्रेम-प्रसंग

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पांच साल पहले 36 साल की महिला से गौरव की मुलाकात हुई.

संतोष बैरागी, चित्तौड़गढ़-रावतभाटा के सरकारी हॉस्पिटल में संविदा पर नियुक्त एक वार्ड बॉय गौरव की वॉट्सऐप पर लगी डीपी दिल के हाल बयां कर देती है- इसमें लिखा था “In my dream you are mine…. But in my life you are a dream…” यानी सपने में तो तुम मेरी हो, लेकिन असल जीवन में मेरे लिए तुम एक सपना ही हो… दरअसल गौरव को शादीशुदा महिला से प्यार हो गया।  लेकिन उसे न पा पाने की कसक में उसने न सिर्फ अपनी जान ले ली, बल्कि शादीशुदा गर्लफ्रेंड के हाथों की भी नसें काट डालीं। अब उसका एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।

विवाहिता के मुताबिक गौरव कई दिनों से उसे परेशान कर रहा था। उसने 2004 में लव मैरिज की थी।  पति का जॉब के सिलसिले में उदयपुर आना-जाना रहता था। उसकी दो बेटियां हैं। एक की उम्र 10 और दूसरी की 12 साल है। वह निजी स्कूल में रिसेप्शनिस्ट है।

रावतभाटा के हाट चौक बस स्टैंड इलाके में गौरव (34) रहता है। पांच साल पहले 36 साल की महिला से गौरव की मुलाकात हुई। तब दोनों रावतभाटा परमाणु बिजली घर में संविदाकर्मी थे। जान-पहचान के बाद इन दोनों के बीच दोस्ती बढ़ी। गौरव महिला के घर आने-जाने लगा और मन ही मन उसको प्यार करने लगा।  गौरव चाहता था कि किसी तरह दोनों की शादी हो जाए और वे साथ-साथ रहने लगें। लेकिन उसने जिसे चाहा उसकी तो पहले ही शादी हो चुकी थी।

गौरव को जब लगा कि उसका सपना पूरा नहीं होने वाला है तो वह शाम करीब 4 बजे जहर पीकर महिला के घर पहुंच गया। घर में वह अकेली थी। पति उदयपुर गया था और उसकी बेटियां अपनी नानी के घर। जहर के असर के चलते गौरव उल्टियां कर रहा था।गौरव ने मौका देख प्रेमिका के हाथों की नस काट दी, जिसके बाद खून बहने लगा। महिला ने एम्बुलेंस बुलाने की बात कही तो गौरव बोलने लगा- आज तुम्हें और मुझे साथ ही मरना है।  महिला ने अपनी छोटी बच्चियों का भी हवाला दिया, लेकिन उसे कमरे से बाहर नहीं जाने दिया।


रावतभाटा के थानाधिकारी मदनलाल ने बताया कुछ देर में जैसे ही जहर का असर तेज होने लगा गौरव बेहोश हो गया। इसके बाद महिला ने पड़ोसियों को बुलाया। उनकी मदद से गौरव को रावतभाटा के सरकारी अस्पताल ले गए, जहां उसकी मौत हो गई। महिला को भी रावतभाटा के सरकारी हॉस्पिटल में एडमिट किया गया। इसके बाद उसे कोटा रेफर कर दिया गया, जहां इलाज चल रहा है।


पुलिस के मुताबिक गौरव के पिता गजेंद्र सिंह ने भी मध्य प्रदेश के उज्जैन में आत्महत्या की थी। परिवार में अब गौरव का बड़ा भाई सुमित और मां हैं। मां बाड़ोलिया ग्राम पंचायत में सहायक कर्मचारी के पद पर तैनात हैं। रावतभाटा पुलिस ने कोटा से फॉरेंसिक टीम को बुलाया। गौरव की मां ने महिला और उसके परिजनों पर हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि गौरव के शरीर पर चोट के निशान थे।  रावतभाटा थाने में इसकी रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक