विधायक सदर सुभाष ठाकुर ने क्षेत्रीय अस्पताल में 2.5 करोड़ की सी.टी. स्कैन सुविधा का किया शुभारम्भ

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विधायक सदर सुभाष ठाकुर ने क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में सरकारी व निजी भागीदारी से 2.5 करोड़ रुपये की लागत से सी.टी. स्कैन सुविधा का शुभारम्भ किया। मशीन से क्षेत्र के लोगों को 24 घण्टे सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध होगी। इस सुविधा से सामान्य रोगियों की सीटी स्कैन रिपोर्ट तीन घण्टें में तथा आपातकालीन स्थिति में एक घण्टें में रिपोर्ट उपलब्ध होगी।
सुभाष ठाकुर ने इस अवसर पर अस्पताल परिसर में  20 लाख रुपये की राशि से दवाइयों की दुकानों का और 30 लाख रुपये की लागत से क्षेत्रीय अस्पताल परिसर के सौंदर्यकरण का शिलान्यास भी किया।
उन्होंने कहा कि 16 करोड़ रुपये की लागत से क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में विभिन्न विकास कार्य प्रगति पर है तथा 2 करोड़ 11 लाख रुपये की लागत से अस्पताल की छत व अन्य मुरम्मत कार्यों पर खर्च किए गए है।
इस अवसर पर आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए विधायक सुभाष ठाकुर ने कहा कि निजी क्षेत्र की कम्पनी क्रस्ना डायगनोस्टिकस लिमिटिड के सहयोग से 2.5 करोड़ की लागत से सीटी स्कैन मशीन को स्थापित किया गया है। इस मशीन के लगने से लोग एक हजार से चार हजार रुपये देकर अपना सीटी स्कैन करवा सकेंगे।
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल को 270 से 300 बिस्तर कर दिया गया है जिसके कारण अब अस्पताल में डाॅक्टरों के 25 से बढ़कर 35 पद सृजित किए जाएंगे तथा 30 से बढ़कर 60 पद स्टाफ नर्स और 15 पद वार्ड नर्स सृजित होंगे।
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में 10 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन मातृ शिशु अस्पताल का निर्माण शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त बिलासपुर शहर में 27 करोड़ 61 लाख रुपये की लागत से आॅडिटोरियम का निर्माण किया गया है। 50 लाख रुपये की लागत से किसान भवन का भी कायाकल्प किया गया है। शहरी आजीविका पर 2 करोड़ 33 लाख रुपये खर्च किए जा रहे है।
उन्होंने कोरोना संकट के दौरान कर्तव्यनिष्ठा से कार्य कर रहे फ्रंटलाईन वर्कर की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन वर्कर के कठोर परिश्रम के कारण ही हिमाचल प्रथम तथा दूसरी डोज लगाने में पूरे देश में प्रथम रहा है।
उन्होंने कहा कि जे.पी नड्डा के सफल प्रयासों से पंद्रह सौ करोड रुपए की लागत से बिलासपुर में एम्स निर्माण कार्य को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा है। जिसके फलस्वरूप एम्स बिलासपुर में ओपीडी आरम्भ कर दी गई है। बिलासपुर में 150 करोड़ रुपए की लागत से बंदला में हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज खोला गया है जिसकी कक्षाएं 16 नवंबर से आरंभ कर दी गई है। बिलासपुर को पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित किया जा रहा है और इसके अतिरिक्त 150 करोड़ रुपये की राशि से बंदला के लिए रोप वे का निर्माण भी किया जाएगा। बिलासपुर में जल, थल और नभ साहसिक खेलों के माध्यम से पर्यटकों को आकर्षित किया जा रहा है तथा बंदला को पैराग्लाइडिंग स्थल के रूप में भी विकसित किया गया है जिससे वहां के लोगों को अब होमस्टे योजना का लाभ मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि अली खड्ड पर 450 करोड़ रुपये की लागत से कृत्रिम झील के निर्माण के लिए डीपीआर को केंद्रीय जल आयोग को मंजूरी के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने भ्रष्टाचार मुक्त शासन दिया है तथा बिलासपुर शहर में ही 50 करोड़ रुपये से अधिक के विभिन्न भवनों का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने कहा कि बिलासपुर के लोगों की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा किया गया है तथा शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार द्वारा लगातार काम किया जा रहा है। स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर में गणित, भौतिक विज्ञान तथा रसायनिक विज्ञान विषयों में स्नातकोत्तर कक्षाएं पहली बार आरम्भ की गई है।
इस अवसर पर जिला महामंत्री आशीष ढिल्लों, युवा मोर्चा अध्यक्ष विनोद ठाकुर, मंडल महामंत्री प्यारे लाल और पवन, पूर्व मंडल अध्यक्ष ब्रिज लाल, सदर मंडल युवा मोर्चा अध्यक्ष विनोद ठाकुर, शहरी भाजपा अध्यक्ष मदन राणा, महामंत्री मोहित सांख्यान, शहरी मोर्चा युवा अध्यक्ष सुनील राणा, नगर परिषद उपाध्यक्ष कमल गौतम, पार्षदगण, सदर पंचायत समिति अध्यक्ष सीता धीमान, जिला परिषद सदस्य विमला देवी, विभिन्न पंचायतों के बीडीसी सदस्य, सदर महिला मोर्चा अध्यक्ष, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. प्रवीण कुमार, उपमंडलाधिकारी (ना.) सुभाष गौतम, एमएस डाॅ. सतीश, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण राजिन्द्र सिंह जुबलानी, उपस्थित रहे।


Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक