विंग कमांडर अंकित सूद वायु सेना वीरता पदक से सम्मानित

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हिमाचल प्रदेश के शिमला निवासी विंग कमांडर अंकित सूद को 2023 में आई भीषण बाढ़ के दौरान असाधारण साहस और निष्ठा का परिचय देने के लिए गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वायु सेना पदक (वीरता) से सम्मानित किया गया। उनकी वीरता और कुशलता न केवल भारतीय वायु सेना, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

अंकित सूद ने स्कूली शिक्षा के बाद 2004 में ही उन्होंने एनडीए परीक्षा पास की। साल 2007 में वायु सेना में प्रशिक्षण शुरू किया। साल 2008 में उन्होंने वायु सेना में सेवाएं शुरू कीं। उनकी मां बृज सूद नगर निगम शिमला की पार्षद रह चुकी हैं। अंकित सूद के पिता सुरेश सूद ने कहा कि अंकित का बचपन से ही सेना में जाकर देश की सेवा करने का सपना था।

24 अगस्त 2023 को विंग कमांडर सूद को जम्मू से हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मंडी जिलों में बाढ़ राहत अभियान का नेतृत्व करने का जिम्मा सौंपा गया। खराब मौसम, घने बादल और भूस्खलन जैसी कठिन परिस्थितियों के बावजूद, उन्होंने चार गांवों में गैर-मानक लैंडिंग स्थलों पर हेलीकॉप्टर उतारकर 12 गंभीर मरीजों को कुल्लू से पीजीआई चंडीगढ़ तक पहुंचाया। उनके साहस और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता ने कई लोगों की जान बचाई।

इसके अतिरिक्त, मंडी जिले में राहत अभियान के तहत उन्होंने 68 से अधिक मिशन पूरे किए और 34,000 किलोग्राम से अधिक राहत सामग्री को सुरक्षित पहुंचाया। उनकी इस सेवा भावना और समर्पण की पूरे देश में सराहना हो रही है।

अनुभव और उपलब्धियां

2008 में वायु सेना में फ्लाइंग ब्रांच के पायलट के रूप में नियुक्त हुए विंग कमांडर सूद एक्सपेरिमेंटल टेस्ट पायलट और टाइप चेक पायलट हैं। अप्रैल 2023 से वे एमआई-17-1वी हेलीकॉप्टर यूनिट में तैनात हैं। वे 10 प्रकार के हेलीकॉप्टरों पर 2,100 घंटे से अधिक बिना किसी दुर्घटना के उड़ान भर चुके हैं। उनकी इस वीरता और सेवा भावना के लिए देशभर में उनकी सराहना हो रही है। उनका यह साहसिक कार्य हिमाचल और शिमला के लिए गर्व का विषय है।

उनकी वीरता और सेवा ने न केवल हिमाचल बल्कि पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। उनके साहसिक प्रयास हमें देश सेवा की प्रेरणा देते हैं।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक