रातों रात बढ़ा दिए डिपूओं में मिलने वाले राशन के दाम, उडद 91 रुपए, मलका 83 और चना 68 रुपए

मुफ्त में वैक्सीन मगर सरकारी डिपो में राशन हुआ महंगा
कोरोना महामारी के चलते रातों रात बढ़ा दिए डिपूओं में मिलने वाले राशन के दाम
मलका 60, चना 50 और उड़द हुई 70 के भाव
टैक्स वालों को उडद 91 रुपए, मलका 83 और चना 68 रुपए
महामारी के दौरान जहां महँगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है वहीं डिपूओं में मिलने वाले राशन के दाम आसमान छू रहे है। बाजार में चीनी का थोक भाव 36 रुपए हो गया है जबकि डिपूओं में ये 40 रुपए के हिसाब से मिल रही है। जबकि रिफांइड 124 रुपये जबकि सरसों का तेल 117 रुपए है लेकिन हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के गोदामों से तेल व रिफांइड गायब है।
एक और जहां कोरोना की वैक्सीन लोगों को मुफ्त लगाई जा रही है वहीं हिमाचल सरकार गरीबों के लिए महँगाई का तोहफा दे रही है। कहां तो इस समय सस्ते दामों में राशन उपलब्ध कराना सरकार की ज़िम्मेदारी बनती थी वहीं ये इससे दूर भागती नजर आ रही है। गरीबों पर ये किसी नई मार से कम नहीं है।
आसमान छूती कीमतों से अब गरीब भी डिपूओं से राशन लेने से गुरेज करने लगे हैं।
पहले जहां मलका बीपीएल परिवार के लिए 45 रुपए किलो के हिसाब से मिलती थी वही अब 50 रुपए किलो के हिसाब से मिलनी शुरू हो गई है। जबकि यही दाल एपीएल परिवार को 55 की जगह 60 तो टैक्स पेयर को 77 की जगह 83 रुपए किलो के हिसाब से मिलेगी।
बात की जाए चने की दाल की तो वो अब 35 की जगह 40, एपीएल को 45 की जगह 50 तो टैक्स देने वालों को 62 के बदले अब 68 रुपए किलो के हिसाब से मिलेगी।
वहीं अब उड़द ने तो 5 की जगह 10 रुपए का उछाल लेकर सबकी जेबें और ढीली कर दी है।
पहले से मिल रही 50 रुपए की उड़द अब बीपीएल परिवार को 60, एपीएल को 60 के बदले 70 तो सरकारी खजाना भरने वालों को 77 की जगह 14 रुपए की जंप के साथ 91 रुपए किलो मिलेगी।
खाने में तड़का लगाना भी काफी महँगा हो गया है रिफांइड 124 रुपये जबकि सरसों का तेल 117 रुपए के हिसाब से लोगों को मिल रहा है। लेकिन इसकी आपूर्ति भी इन डिपूओं में नहीं हो रही है जिस कारण लोगों को मजबूर होकर बाज़ार से महंगी दरों मे ये खरीदना पड़ रहा है।
कभी महंगाई को डायन की संज्ञा देने वाली सरकार को अब ये महंगाई डायन दिख नहीं रही है और कोरोना काल में गरीबों की जेबें ढीली करने में लगी हुई है।
