राज्यसभा में राजनाथ सिंह ने कहा- देश का मस्तक किसी भी कीमत पर झुकने नहीं देंगे
भारत-चीन तनाव पर संसद के मॉनसून सत्र के दौरान राज्यसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर भारत की कोशिश टकराव टालने की है। उन्होनें कहा कि चीन को सख्त लहजे में कहा है कि अगर एलएसी पर तनाव रहा तो दोनों देशों के रिश्ते सामान्य नहीं हो सकते। न तो हम देश का मस्तक किसी भी कीमत पर झुकने देंगे और न ही हम किसी का मस्तक झुकाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत इस मसले पर बातचीत से हल निकालने का पक्षधर है। सदन में बोलते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि चीन ने दोनों देशों के बीच 1993 और 1996 में हुए समझौतों का उल्लंघन किया है। राजनाथ सिंह ने कहा, ‘चीन की गतिविधियों से स्पष्ट है कि उसकी कथनी और करनी में अंतर है. उसकी तरफ से फिर 29-30 अगस्त को उकसावे की कार्रवाई की गई। हमारे फर्म और समयबद्ध एक्शन के कारण वह सफल नहीं हो पाए।
गृहमंत्री ने कहा कि हम लद्दाख में एक चुनौती के दौर से गुजर रहे हैं लेकिन साथ ही मुझे भरोसा है कि हमारा देश और हमारे वीर जवान इस चुनौती पर खरे उतरेंगे। मैं इस सदन से अनुरोध करता हूं कि हम एक ध्वनि से अपनी सेनाओं की बहादुरी और उनके अदम्य साहस के प्रति सम्मान प्रदर्शित करें। राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘एक ओर किसी को भी हमारे सीमा की सुरक्षा के प्रति हमारे दृढ़ निश्चय के बारे में संदेह नहीं होना चाहिए, वहीँ भारत यह भी मानता है कि पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण संबंधों के लिए आपसी सम्मान और आपसी संवेदनशीलता रखना आवश्यक हैं।