यस बैंक खाताधारकों से RBI ने कहा- घबराए नहीं, आपके हितों की होगी पूरी रक्षा

यस बैंक के निदेशक मंडल भंग होने के बाद शुक्रवार को यस बैंक का शेयर 25 प्रतिशत गिरकर खुला और सुबह के कारोबार में यह 74 फीसदी तक नीचे चला गया। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने यस बैंक पर सख्ती बरतते हुए इससे निकासी की सीमा 50 हजार रुपये निकासी की सीमा तय की है। आरबीआई का ये आदेश अगले एक महीने के लिए है। एनएसई ने यस बैंक के फ्यूचर और ऑप्शन सौदों पर रोक लगा दी है। इसकी वजह से देश भर के यस बैंक ग्राहकों में डर कायम हो गया है और गुरुवार रात कई शहरों में यस बैंक के एटीएम में ग्राहकों की कतारें देखी गईं। इस बारे में आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि इस फैसले का उद्देश्य वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। दास ने कहा, आप देखेंगे कि यस बैंक का समाधान निकालने के लिए आरबीआई बहुत तेजी से एक कार्ययोजना पर काम कर रहा है। केंद्रीय बैंक ने यस बैंक को जमाकर्ताओं को यह भी आश्वासन दिया कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है और उनके हितों की पूरी तरह से रक्षा की जाएगी। बता दे आरबीआई ने गुरुवार को अगले एक महीने के लिए हर अकाउंट से केवल 50,000 रुपए निकालने की सीमा निर्धारित कर दी है। दरअसल यस बैंक पर कर्ज का बोझ बढ़ा रहा था और बैंक के शेयर लगातार गिर रहे थे। ग्राहकों को अपने पैसों की चिंता हो रही थी। 2018 से RBI को लग रहा था कि बैंक ने अपने NPA और बैलेंसशीट में गड़बड़ी की है। इसके बाद RBI के दबाव में यस बैंक के चेयरमैन राणा कपूर को पद छोड़ना पड़ा।

