मेनरी मोनास्ट्री ने पीएम कोविड राहत कोष में दो लाख एवं सीएम कोविड -19 राहत कोष में तीन लाख का किया सहयोग

कोरोना कोविट-19 संक्रमण रोक के कारण विश्व भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति पैदा हुई है। लोग कोरोना वायरस के संक्रमण का भय से अपने अपने घरों में क़ैद होने पर मजबूर हैं। सभी भारतवासी भी 21 दिनों के लॉकडाउन का पालन करते हुए अपने घरों में क़ैद हैं! वहीं विश्व प्रसिद्ध बोन धर्म के मुख्य केन्द्र धौलांजी पर स्थित बोन मोनस्ट्री में भी इस अपतकाल में लॉकडाउन तथा संगरोध का पालन करते हुए यहाँ के 34वं मठाधीश परम पुज्यनीय लुंगतोग दावा दरज्ञस रिनपोछे तथा अन्य सभी धर्म गुरू ,भिक्षु, भिक्षुणी एवं शिक्षार्थी एकांतवास पर हैं।
इसी बीच मेनरी मोनास्ट्री में 34वीं मठाधीश परम पुज्य लुङतोग दावा दरज्ञस रिनपोछे ने जरूरतमंद लोगों को तथा विशेष कर स्थानीय ग्राम पंचायत कोटला पंजोला के अंतर्गत बराड़ा कॉलोनी में सभी 88 परिवारों तथा चकला ग्राम पंचायत नारग ज़िला सिरमौर, ओईली ग्राम पंचायत सैर बनैडा ज़िला सोलन तथा मोनास्ट्री में काम करने वाले सभी दैनिक मज़दूरों को इस कष्टदायक स्थिति में परस्पर सहयोग के उदाहरण को पेश करते हुए दैनिक आवश्यकता के निम्न सामग्री वितरण किया। सभी ज़रूरतमंदों परिवारजनों को 25 किलो चावल ,10 किलो आटा, 5 किलो आलू ,1 किलो नमक ,1 लीटर तेल तथा सोयाबीन का 1 पैक्ट वितरण किया गया। डॉ थुपतन ज्ञलछ़न नेगी के साथ युङडुङ बोन मोनस्ट्री सोसायटी के सचिव गेशे छ़ेवङ लमा ज़िला सिरमौर के ज़िलाधीश डॉ० आर० के० प्रुथी के माध्यम से प्रधानमंत्री कोविड राहत कोष में दो लाख एवं मुख्यमंत्री कोविड -19 राहत कोष में तीन लाख रू० का चैक भेंट किया। मेनरी मोनास्ट्री की स्थापना सन् 1967 ई० में परम पुज्य 33वां मठाधीश लुङतोग तेनपई ञीम के द्वारा किया गया । तब से लेकर मेनरी मोनास्ट्री एवं स्थानीय लोगों के मध्य घनिष्ठ संबंध रहा है ।यहां वर्तमान मठाधीश जी एवं सभी संन्यासी शिक्षार्थीयों का भी यही कामना है कि लोगों का संबंध और मधुर एवं अपनी घनिष्ठता को प्राप्त करें तथा सभी प्रार्थी का मंगल हो।

