मशोबरा के कवालिया में जातर मेला सम्पन्न
शिमला: मशोबरा ब्लॉक के सुरम्य एंव मनोरम स्थल कवालिया में गत दिवस जातर मेला स्थानीय देवता की पारंपरिक पूजा के साथ सम्पन्न हो गया । इस जातर मेले में ग्राम पंचायत पीरन और सतलाई के सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया और कवालिया देवता का आशिर्वाद प्राप्त किया । ग्राम पंचायत पीरन के प्रधान अतर सिंह ठाकुर ने बताया कि समुद्र तल से करीब आठ हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित कवालिया मंदिर आदीकाल से पूरे क्षेत्र के भैंस पालकों की आस्था का केंद्र बना हुआ है । उन्होने कहा कि कवालिया प्रकृति सौंदर्य से भरपूर है । मूलभूत सुविधाओं के सृजन से यह स्थल प्रदेश में प्रसिद्ध पर्यटक स्थल के रूप में उभर सकता है । अतर सिंह ठाकुर का कहना है कि सैलानी इस स्थल पर पहंूचकर प्रकृति की अनुपम छटा तथा हिमालय पर्वत की हिमाच्छादित चोटियों और मैदानी श्रेत्रों का आन्नद ले सकते हैं । उन्होने बताया कि यह स्थल पर्यटक स्थल चायल और कूफरी से करीब 20 किलोमीटर, दूरी पर है । सैलानी कोटी से पजौली घाटी तक वाहन द्वारा तथा उसके उपरांत करीब दो किलोमीटर का पैदल सफर करके कवालिया चोटी पर पहूंच सकते हैं ।
अतर सिंह ठाकुर ने जानकारी दी कि हर वर्ष ज्येष्ठ माह के दौरान ग्राम पंचायत पीरन और सतलाई के किसान अपनी भैसांे को लेकर कवालिया पहूंचते हैं और कार्तिक महीने में दिवाली से कुछ दिन पहले जातर उत्सव करने के बाद वापिस लौटते हैं । कवालिया में भैंस पालकों द्वारा घास के अस्थाई मकान निर्मित किए गए हैं जहां पर भैंस पालक पांच माह तक कैंप के रूप में जीवन व्यतीत करते हैं । इन का विश्वास है कि कवालिया देवता की अपार शक्ति से किसी बाघ इत्यादि का भय नहीं रहता है । कवालिया देवता की हर वर्ष भैंस पालकों द्वारा पारंपरिक पूजा के उपरांत जातर निकाली जाती है जिसमें समूचे क्षेत्र के लोग देवता का आर्शिवाद पाने के लिए पहूंचते हैं ।
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