मंडी में स्कूल का अस्तित्व बचाने के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी से भिड़ गए छात्र, चार दिन से निर्माण बंद की जिद

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मंडी शहर के यू ब्लाक में केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला के भवन को गिराकर बनाया जा रहा शाङ्क्षपग माल व पार्किंग विवादों में घिर गई है। विजय सीनियर सेकेंडरी स्कूल (बाल) के छात्र निर्माण कार्य बंद करवाने पर अड़ गए हैं। चार दिनों से विरोध कर रहे छात्रों ने शुक्रवार को कक्षाओं का बहिष्कार कर स्कूल के गेट के बाहर तीन घंटे तक धरना दिया। कंस्ट्रक्शन कंपनी व जिला प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की।

शापिंग माल व पार्किंग का विरोध करने वाले छात्रों को समझाते पुलिस अधिकारी व जवान। जागरण

छात्रों के प्रदर्शन से स्कूल बाजार में तीन घंटे तक तनाव की स्थिति बनी रही। छात्रों ने चेताया कि अगर प्रशासन व सरकार ने उनकी मांग पर गौर नहीं किया तो वे अपनी कक्षाओं का बहिष्कार जारी रखेंगे। छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए एसडीएम सदर रितिका जैन व थाना प्रभारी सदर विनोद कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वह करीब एक घंटे तक छात्रों को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन छात्र टस से मस नहीं हुए। बाद में स्कूल प्रबंधन के हस्तक्षेप के बाद छात्र स्कूल परिसर में गए। वहां रितिका जैन ने उनकी व स्कूल प्रबंधन की बात सुनी।

छात्रों का आरोप है कि कंस्ट्रक्शन कंपनी शाङ्क्षपग माल व पार्किंग के लिए स्कूल की जमीन पर जबरदस्ती कब्जा कर रही है। स्कूल का मंच व कैंटीन स्कूल प्रबंधन की मंजूरी के बिना तोड़ दिया। खेल मैदान निर्माण सामग्री फेंक क्षतिग्रस्त कर दिया है। स्कूल के आगे खोदाई की जा रही है। मशीनरी के शोर के कारण पढ़ाई बाधित हो रही है। इस ऐतिहासिक स्कूल के अस्तिव पर खतरा मंडरा गया है। स्कूल के अस्तित्व को किसी सूरत में समाप्त नहीं होंगे देंगे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भेंट कर उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत करवाएंगे।

रितिका जैन ने छात्रों को भरोसा दिलाया कि अगर कक्षा में निर्माण कार्य का शोर सुनाई देता है तो कंस्ट्रक्शन कंपनी को इसको लेकर निर्देश दिए जाएंगे। छात्रों ने आरोप लगाया कि निर्माण कार्य स्कूल की बाउंडरी के अंदर किया जा रहा है। मामले को दबाने के प्रयास हो रहे हैं। जब तक प्रशासन कंस्ट्रक्शन कंपनी से काम बंद नहीं करवाता है, आंदोलन जारी रहेगा। रितिका जैन ने बताया कि छात्रों की मांगों को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा। उच्च अधिकारियों की ओर से जिस तरह के दिशानिर्देश मिलेंगे, उस पर अमल होगा।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक