कनलोग क्षेत्र में तेंदुए द्वारा उठाई बच्ची का जंगल में मिला सिर, लोगों ने उठाई पिंजरा लगाने की मांग

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राजधानी शिमला में वीरवार को देर रात कनलोग में बने मजदूरों के एक ढारे से उठाई गई बच्ची का सिर सुबह जंगल में मिला। पूरी रात पुलिस और वन विभाग की टीम जंगल में गश्त करती रही लेकिन इनके बच्चे को बचाने में नाकाम रहे। उनके साथ स्थानीय पार्षद बृज सूद और पूर्व मेयर मधु सूद परिवार सहित मौजूद रहे। पूरी रात स्थानीय लोगों की मदद से बच्ची को ढूंढने का प्रयास किया गया लेकिन बच्ची को बचाने में सभी नाकाम रहे।

कनलोग में बने मजदूरों के एक ढारे से तेंदुए द्वारा उठाई गई बच्ची का सिर सुबह जंगल में मिला।

सुबह जंगल के किनारे बच्ची का सिर और बाल मिले इसके अलावा शरीर का कोई भी अंग नहीं मिला। तेंदुए के आदमखोर होने के बाद वन विभाग के वन्य प्राणी विंग ने दिन में पिंजरा लगा दिया है। वीरवार को रात के समय 8 साल की प्रियंका अपनी दादी के साथ ढारे में बैठी थी और दादी खाना बना रही थी। प्रियंका ने शौचालय जाने के लिए कहा तो दादी ने कहा कि वही पीछे की तरफ को बैठ जाओ। बच्ची बाहर निकली और घात लगाए बैठे तेंदुए ने प्रियंका को उठाकर ले गया। दादी को सिर्फ एक बाल्टी गिरने की आवाज आई इस आवाज से दादी ने जब प्रियंका को आवाज लगाई तो उसकी ओर से कोई जवाब नहीं आया।

इस पर दादी ने जोर-जोर से चिल्लाना शुरु किया और पड़ोस के लोग भी निकले। तब किसी ने कहा कि कोई जानवर उठाकर ले गया। इसके बाद सभी लोग वहां से इकट्ठा होकर बच्ची की तलाश में निकले और यह पूरी सुबह तक चलती रही लेकिन बच्ची तेंदुए का शिकार हो गई। स्थानीय पार्षद बृज सूद ने कहा कि बच्ची को बचाने में नाकाम रहे हैं। सुबह बच्ची के सिर का और बालों का कुछ अंश बरामद हुआ है। वन विभाग की वन्य प्राणी विंग ने अब पिंजरा लगा दिया है। आदमखोर हुए तेंदुए को पकड़ने के लिए प्रशासन से भी मामला उठाया जाए।

डीएफओ वन्य प्राणी विंग कृष्ण कुमार ने कहा कि स्थानीय लोगों की मांग पर एक पिंजरा लगा दिया गया है। दूसरा पिंजरा जल्द ही लगा दिया जाएगा और तेंदुए को पकड़ने के लिए तीन से चार पिंजरे लगा दिए जाएंगे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक