बीपीएल में शामिल होंगे कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के परिवार
कोरोना की वजह से जिन बच्चों के माता-पिता या घर का खर्च चलाने वाले का देहांत हो गया है, उन्हें सरकार बड़ी राहत दे सकती है। ऐसे बच्चों और परिवारों को अब आईआरडीपी या बीपीएल योजना में शामिल किया जाएगा। इसके लिए प्रस्ताव तैयार है। पांच जून को प्रस्तावित कैबिनेट की बैठक में खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजेंद्र गर्ग इस प्रस्ताव को रखेंगे। गर्ग ने बताया कि कई ऐसे परिवार हैं, जिनके घर में एक ही व्यक्ति कमाने वाला था और अब उसकी मौत के बाद आय के साधन नहीं बचे हैं।
सरकार उन परिवारों व उनके बच्चों के लिए आर्थिक सहायता मुहैया करवाने की ओर अग्रसर है। कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा कि जिन परिवारों के लोग कोरोना के कारण जान गंवा चुके हैं, गरीब हैं, ऐसे परिवारों का आईआरडीपी में चयन प्राथमिकता के तौर पर हो। प्रस्ताव पारित होने पर पंचायत स्तर पर प्रधानों के माध्यम से उन परिवारों का चयन आईआरडीपी या बीपीएल में प्राथमिकता के तौर पर हो, यह सुनिश्चित करवाया जाएगा। (संवाद)
13 बच्चों के सिर से उठा है माता-पिता का साया
महिला एवं बाल विकास विभाग के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में 13 परिवारों के बच्चों के सिर से कोरोना के कारण माता-पिता का साया उठ गया है। विभाग ऐसे आंकड़ों को एकत्रित कर रहा है कि प्रदेश में ऐसे कितने परिवार हैं, जिनके बच्चों के माता या पिता दोनों में से एक की मौत कोरोना के कारण हुई हो।
कहां कितने बच्चे हुए अनाथ
हमीरपुर 1
कांगड़ा 2
मंडी 5
शिमला 4
सोलन 1