बादल फटने की घटना, लैंडस्लाइड होने की संभावना, शिलाई-शिमला रोड ब्लॉक; भारी बारिश होने की चेतावनी

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हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून कहर बनकर बरस रहा है। इससे जान और माल का अब तक रिकॉर्ड नुकसान हो चुका है। चिंता इस बात की है कि आगे एक अगस्त तक भी बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज व कल के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अगले 48 घंटे के दौरान चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, सोलन व सिरमौर जिले में भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान कुछ स्थानों पर बादल फटने जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं। इसलिए लोगों को सावधानी बरतने, लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों व उफनते नदी-नालों के आसपास नहीं जाने की सलाह है।

बुधवार को शिमला जिले के रामपुर में बादल फटने से खूब तबाही मची है। सरतारा पंचायत के कंदर गांव में बादल फटने से प्राथमिक पाठशाला, युवक मंडल सहित लोगों के 5 मकान ढह गए। क्षेत्र में आई बाढ़ से लोगों के 15 से ज्यादा पालतू पशु बह गए। कई सेब के बगीचे तबाह हुए। कई घरों में पानी घुस गया और करीब 6 गाड़ियों को भी इससे नुकसान पहुंचा है। लोगों ने भी भाग अपनी जान बचाई। बादल फटने के बाद क्षेत्र के लोग दहशत में हैं। वहीं सिरमौर जिले की रोनहाट सड़क पर पूरी पहाड़ी दरक गई। इससे शिलाई-शिमला सड़क पूरी तरह बंद हो गई।

प्रदेश में अब तक भारी बारिश से जान और माल दोनों को रिकॉर्ड नुकसान हुआ है। 24 जून से अब तक फ्लैश फ्लड और लैंड स्लाइड की चपेट में आने से 45 लोगों की जान जा चुकी है। 42 लोगों की मौत 7 से 11 जुलाई के बीच हुई भारी बारिश के दौरान गई है। प्रदेश में 5361 करोड़ रुपए की निजी व सरकारी संपत्ति बारिश की भेंट चढ़ चुकी है। प्रदेश में 669 घर पूरी तरह जमींदोज हो गए हैं, जबकि 5491 घरों को आंशिक क्षति पहुंची है। 236 दुकानें, 1668 गौशालाएं और 101 लेबर शेड व पुल ध्वस्त हुए हैं। इससे हजारों लोग बेघर हुए हैं।

भारी बारिश के कारण आई आपदा की वजह से 566 सड़कें 15 दिन से बंद पड़ी हैं। इससे प्रदेशवासियों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। चिंता इस बात की है कि प्रदेश में आगे भी मौसम साफ होने की संभावना नहीं है। बार-बार हो रही बारिश सड़कों की बहाली के काम में बाधा उत्पन्न कर रही है। प्रदेश में आसमान से बरस रही आफत को देखते हुए ठियोग, रोहड़ू, रामपुर सब डिवीजन में स्कूलों की छुट्टियां 28 जुलाई तक बढ़ा दी गई हैं। कई जगह मौसम विभाग का अलर्ट देखते हुए तो कुछ जगह SDM ने सड़कें बहाल नहीं होने की वजह से यह निर्णय लिया है। इन आदेशों के तहत हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त सभी निजी व सरकार स्कूल बंद रहेंगे

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक