अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् द्वारा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तथा नौणी विश्विद्यालय के कुलपति को ईमेल के माध्यम से ज्ञापन दिया जिसमें बागबानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी , द्वारा पिछले कुछ वर्षों से की गई फीस वृद्धि के बारे में अवगत करवाया गया । प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य उमेश शर्मा ने कहा कि आज गरीब किसानों को अपने बच्चों को बगवानी व वानिकी शिक्षा दिलवाना महज एक सपना ही बनकर रह गया है आज स्नातक की एक सेमेस्टर की जनरल सीट की फीस 39480 है और सेल्फ फाइनेंस की फीस 79480 है।
वहीं स्नातकोत्तर में एक सेमेस्टर की जनरल सीट की फीस 43080 और सेल्फ फाइनेंस की फीस 83080 है। हिमाचल प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय से विश्वविद्यालय की फीस बहुत अधिक है। इसी भारी भरकम फीस के कारण प्रदेश का गरीब छात्र कृषि, बागबानी और वानिकी जैसी महत्वपूर्ण शिक्षाओं से वंचित हो रहा है।। हिमाचल प्रदेश में 70% से अधिक जनसंख्या कृषि और बागबानी पर निर्भर करती है।अतः मुख्यमंत्री जी आपसे निवेदन है की इस भारी भरकम फीस को कम किया जाए ताकि गरीब छात्र भी कृषि, बागबानी, व वानिकी की शिक्षा ग्रहण कर सके। अगर इस मुद्दे पर जल्द से जल्द सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् व एग्रीविजन हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय के आम छात्रों को साथ लेकर सड़कों पर उतरने से गुरेज नहीं करेगी।
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