निर्भया गैंगरेप (Nirbhaya Gang Rape) के एक और दोषी अक्षय ठाकुर (Akshay Thakur) ने अब भारत के राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दायर की है। इससे पहले शनिवार को राष्ट्रपति ने दोषी विनय शर्मा की दया याचिका को खारिज कर दिया था। शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत ने सभी दोषियों को फांसी देने के लिए जारी डेथ वारंट की पर फिलहाल रोक लगा दी। दोषियों को फांसी कब दी जाएगी, अदालत ने इस बारे में कोई तारीख निर्धारित नहीं की है। अदालत ने शुक्रवार को कहा था कि निर्भया के गुनहगारों को अलग-अगल फांसी नहीं दी जा सकती है। अदालत ने तिहाड़ जेल प्रशासन की उस दलील को खारिज करते हुए यह टिप्पणी की, जिसमें निर्भया के गुनहगारों को अलग-अगल कर फांसी देने की मांग की गई थी।
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