दुनिया की सबसे महंगी दवा से होगा 11 महीने की वेदिका का इलाज, 1.34 लाख लोगों ने दी 14 करोड़ की मदद

Spread the love

 देश-दुनिया में तमाम चुनौतियां या संकट आते हैं तो इस मुश्किल घड़ी में मानवता ही एक ऐसी महान शक्ति होती है जो बिना किसी स्वार्थ के मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाती है। पुणे की 11 महीने की बच्ची वेदिका शिंदे के लिए भी लोगों ने दिल खोल मदद की। वेदिका के इलाज के लिए लोगों ने मदद के हाथ बढ़ाए और उस मासूम के पमाता-मिता में विश्वास जागा कि उनकी बच्ची अब ठीक हो जाएगी। चंदा जुटाओ मंच ‘मिलाप’ की पहल पर दुनियाभर से 1.34 लाख लोगों ने बच्ची के इलाज के लिए 14.3 करोड़ रुपए की राशि दान की है। ‘मिलाप’ ने पिछले सालभर में विभिन्न मैडीकल एमरजैंसी के लिए 250 करोड़ रुपए से ज्यादा का फंड जुटाया है।

वेदिका एस.एम.ए. टाइप-1 से पीड़ित है जो एक दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी है। इस बीमारी के कारण 2 साल की उम्र
से पहले ही बच्चे की जान जाने का खतरा रहता है। डॉक्टरों ने बताया कि जीन रिप्लेसमैंट थैरेपी जोलगेस्मा से इस बीमारी का इलाज संभव है जिसकी लागत 16 करोड़ रुपए पड़ती है।

इस लागत को देखते हुए वेदिका के माता-पिता ने ‘मिलाप’ पर अपनी कहानी दुनिया से सांझा कर मदद मांगी। वहीं वेदिका का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने अमेरिकी फार्मा कंपनी से दुनिया की इस सबसे महंगी दवा के आयात के
लिए बात कर ली है। जरूरत के मुताबिक दवा तैयार करने के लिए वेदिका की जांच चल रही है। उम्मीद है कि 2
जुलाई को दवा भारत आ जाएगी और 7 से 10 जुलाई के बीच वेदिका को इलाज मिल जाएगा।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक