दुनियाभर के देशों को कोरोना टीके आवंटित करेगा अमेरिका, भारत को इस तरह मिलेगा लाभ

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कोरोना महामारी का प्रकोप दुनियाभर में है। कई देश कोविड-19 वैक्सीन की भरी कमी से जूझ रहे हैं। इस बीच अमेरिका की तरफ से घोषणा की गई कि वह दुनियाभर के देशों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराएगा। अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत संधू ने बृहस्पतिवार (3 जून) को एलान किया कि भारत भी अमेरिका के वैश्विक स्तर पर कोरोना टीकों के आवंटन प्लान का बड़ा हिस्सा होगा। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने हाल ही में  2.5 करोड़ वैक्सीन डोज दुनियाभर के कई देशों को आवंटित करने का प्लान बनाया है।

प्रतीकात्मक तस्वीर

कच्चे माल पर लगे रोक को हटाया
बता दें, अमेरिका ने कच्चे माल पर लगी रोक को भी हटा दिया है, जिसके बाद वैक्सीन निर्माताओं के लिए कच्चे माल की उपलब्धता आसान हो जाएगी। अमेरिका के इस फैसले के बाद वैक्सीन सप्लाई सुगम हो जाएगी। तरनजीत संधू ने कहा कि अमेरिका के वैश्विक आवंटन प्लान से भारत को फायदा होगा। इसके तहत भारत को बड़ी संख्या में कोरोना टीके मिल सकते हैं। एक साक्षात्कार में संधू ने कहा, ‘राष्ट्रपति बाइडेन ने आज 2.5 करोड़ टीकों के वैश्विक आवंटन योजना की घोषणा की है। अमेरिका द्वारा पहले घोषणा किए गए 8 करोड़ टीकों में से दी जा रही यह पहली किश्त है। टीकों का बंटवारा दो श्रेणियों में किया जाएगा। पहली श्रेणी में कोवैक्स टीके आवंटित किए जाएंगे जबकि दूसरी श्रेणी में सीधे तौर पर पड़ोसी और सहयोगी देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी।’

प्रधानमंत्री ने कमला हैरिस से की बात
भारतीय राजदूत संधू ने कहा कि भारत दोनों ही श्रेणियों में आता है। देश को कोवैक्स प्रोग्राम के तहत और सीधी वैक्सीन की सप्लाई मिलेगी। संधू ने बताया कि अमेरिका ने रक्षा उत्पादन अधिनियम को हटाने की भी घोषणा की है। इसके बाद वैक्सीन निर्माताओं के लिए कच्चे माल की उपलब्धता आसान हो जाएगी जिससे वैक्सीन का उत्पादन भी आसान हो जाएगा। संधू ने आगे कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को वैक्सीन आपूर्ति के आश्वासन के लिए वीपी कमला हैरिस को धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री ने अमेरिकी सरकार, उद्योग, कांग्रेस और प्रवासी भारतीयों के समर्थन और एकजुटता की भी सराहना की।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक