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ढलियारा के खूनी मोड़ पर श्रद्धालुओं से भरा ट्रक पलटा, एक की मौ..त, चार घायल

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ढलियारा के कुख्यात खूनी मोड़ पर शनिवार सुबह लंगर सेवा के लिए जा रहे श्रद्धालुओं से भरा एक ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में एक श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। ट्रक में कुल 25 श्रद्धालु सवार थे, जो हरियाणा के सिरसा जिले के ओढां क्षेत्र से माता ज्वालामुखी में लंगर लगाने जा रहे थे।

हादसे में जान गंवाने वाले श्रद्धालु की पहचान बलदेव सिंह पुत्र बलविंद्र सिंह निवासी ओढां, सिरसा के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि हादसे के समय बलदेव सिंह ने घबराहट में ट्रक से छलांग लगा दी थी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए पास के अस्पतालों में भेजा गया। कुछ श्रद्धालुओं को चिंतपूर्णी सिविल अस्पताल ले जाया गया, जबकि अन्य को देहरा सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चार श्रद्धालुओं की हालत गंभीर बनी हुई है।

ट्रक चालक लखविंद्र सिंह ने बताया कि वे सुबह 4 बजे माता चिंतपूर्णी के दर्शन करके ज्वालामुखी की ओर रवाना हुए थे। लेकिन कुछ ही दूरी पर स्थित ढलियारा के तीखे मोड़ों और गहरी उतराई के दौरान ट्रक की ब्रेक अचानक फेल हो गई। चालक ने वाहन को बचाने के लिए एक माइल स्टोन से ट्रक को टकराने की कोशिश की, लेकिन ट्रक नहीं रुका और सड़क किनारे मिट्टी के ढेर में पलट गया।

गनीमत यह रही कि ट्रक गहरी खाई में नहीं गिरा, अन्यथा यह हादसा और भी भयावह हो सकता था।

घटना की जानकारी मिलते ही देहरा पुलिस मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में तकनीकी खराबी (ब्रेक फेल) को हादसे की वजह माना जा रहा है।

ढलियारा का यह मोड़ पहले भी कई हादसों का गवाह बन चुका है। स्थानीय लोग लंबे समय से इस स्थान पर चेतावनी बोर्ड, स्पीड ब्रेकर और सुरक्षा दीवारें लगाने की मांग कर रहे हैं।

प्रशासन ने हादसे को लेकर गहरा दुख जताया है और घायलों को हरसंभव चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने का आश्वासन दिया है। श्रद्धालुओं के बाकी साथियों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है और उनके ठहरने व भोजन की व्यवस्था की गई है।

 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक