डॉ. सैजल ने किया राज्य स्तरीय सायर मेले का विधिवत शुभारम्भ

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सोलन के अर्की में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय सायर मेला हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ आरम्भ हुआ। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुष मन्त्री डॉ. राजीव सैजल ने ऐतिहासिक काली माता मंदिर में पूजा अर्चना करने के उपरांत झोटा पूजन किया।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देवभूमि की विशिष्ट परम्पराओं के निर्वहन के लिए ही मेलों, त्यौहारों और उत्सवों का आयोजन आरम्भ हुआ। हालांकि सदियों से देश-विदेश में ऐसे आयोजन होते रहे हैं, किन्तु हिमाचल की जटिल भौगोलिक परिस्थितियों ने इन आयोजनों को नया स्वरूप देकर एक अलग मिसाल कायम की है। मेले न केवल धार्मिक आस्थाओं के प्रतीक बल्कि आपसी मेल-जोल के संवाहक भी बने हुए हैं। हिमाचल की समृद्ध संस्कृति के विराट स्वरूप एवं जनमानस की आस्था का ऐसा ही एक प्रतीक है सायर मेला।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने सायर मेले को ज़िला स्तरीय से राज्य स्तरीय का दर्जा देकर अर्की विधानसभा क्षेत्र के लोगों को एक अलग सौगात दी है, जिसका श्रय मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व की प्रदेश सरकार को जाता है। उन्होंने कहा कि इस मेले के राज्य स्तरीय होने से क्षेत्र में पर्यटकों का आवागमन बढ़ने से स्थानीय लोगों की आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी।डॉ. सैजल ने कहा कि मेले, तीज त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति के परिचायक हैं। मेले में लोगों को सुख-दुःख बांटने के अतिरिक्त प्रदेश की संस्कृति को जानने का अवसर भी मिलता है। प्रदेश सरकार द्वारा मेलों के संरक्षण पर विशेष बल दिया जा रहा है ताकि भावी युवा पीढ़ी को पुरातन संस्कृति का बोध हो सके।


इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई विकासात्मक प्रदर्शनियों का मुख्यातिथि द्वारा विधिवत शुभारम्भ करने के पश्चात अवलोकन भी किया गया। मेले के दौरान बेबी शो का आयोजन भी किया गया।
इस अवसर पर पूर्व विधायक अर्की गोविन्द राम शर्मा, ज़िला परिषद सदस्य आशा परिहार, हीरा कौशल, अमर सिंह ठाकुर, प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी सदस्य रत्न सिंह पाल, नगर पंचायत के अध्यक्ष हेमेन्द्र गुप्ता, अतिरिक्त उपायुक्त सोलन ज़फ़र इकबाल, उपमण्डलाधिकारी अर्की केशव राम, सहायक आयुक्त सोलन संजय स्वरूप सहित मेला समिति के सरकारी व गैर सरकारी सदस्य तथा पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक