डिजिटल भुगतान को लेकर ग्राम पंचायतों में जानकारी दे रहा है एनआरएलएम
(सोलन) नागरिकों को इलेक्ट्रॉनिक तरीक़े से भुगतान करने के नित नए तरीक़े प्रदान करके और नकदी पर उनकी निर्भरता को कम करके, एक नए भारत का निर्माण कर रहा है । चूँकि भारत अब डिजिटल इंडिया बनने की ओर अग्रसर है, इसलिए यह आवश्यक है कि तकनीकी रूप से उन्नत भारत का निर्माण करने के लिए डिजिटल भुगतान को व्यापक रूप से अपनाया जाए । डिजिटल भुगतान को अपनाने के साथ-साथ, डिजिटल भुगतान प्लेटफार्मों के सुरक्षित और सकुशल उपयोग की तरफ़ उपभोक्ताओं का ध्यान आकृष्ट कराना भी आवश्यक है। इसे मूर्तरूप प्रदान करने के लिए पारिस्थितिकी तंत्र के विविध विशेषज्ञों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है जो डिजिटल भुगतान प्रणाली में उपभोक्ताओं का विश्वास और भरोसा क़ायम करने के लिए सामूहिक प्रयास कर सकें

इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए विकास खंड कंडाघाट की ग्राम पंचायत दंघील में एनआरएलएम के तहत डिजिटल लेनदेन साक्षरता अभियान का आयोजन किया। जिसमें 25 स्वयं सहायता समूहों के 60 सदस्यों और उनके परिवारों सहित पीआरआई प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अभियान में परियोजना निदेशक एवं जिला मिशन प्रबंधक तपेन्द्र नेगी ने उपस्थित लोगों को डिजिटल भुगतान विकल्पों के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान की और भुगतान के डिजिटल तरीकों का उपयोग करने के बारे में उनकी शंकाओं, चिंताओं को भी दूर किया। उन्होने सुविधा, सुरक्षा और सुरक्षा जैसे भुगतान के डिजिटल तरीकों का उपयोग करने के लाभों के बारे में बताया। उन्होंने उपलब्ध विभिन्न वितीय सेवाओं, जैसे ऋण और बचत खातों पर भी प्रकाश डाला और इन सेवाओं का लाभ उठाने की प्रक्रिया के बारे में बताया। बैंक संवाददाता सखी अमरी देवी ने उपस्थित लोगों को उपलब्ध विभिन्न योजनाओं और बीमा के बारे में बहुमूल्य जानकारी दी। अभियान न केवल डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देगा बल्कि वितीय समावेशन को भी बढ़ावा देगा। उपलब्ध विभिन्न वित्तीय सेवाओं के बारे में ग्रामीण आबादी को शिक्षित करना और इन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करना महत्वपूर्ण है। इससे उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। ये अभियान 18 अप्रैल से चला हुआ है ।

