महिला के पति ने बताया कि रविवार सुबह रानो देवी ने हमें चाय बनाकर दी और उसके तुरंत बाद कमरे के अंदर चली गई. इसके बाद हमने आग की लपटें निकलती देखीं और चिल्लाने की आवाज सुनाई दी. आवाज सुनकर हम सभी मिलकर कमरे की तरफ गए लेकिन कमरा बंद था. काफी मशक्कत के बाद हमने कमरे को खोला और देखा तो रानो देवी आग की लपटों से घिरी थी. इसके बाद तुरंत हमने आग को बुझाया और 108 एंबुलेंस के माध्यम से उसे सिविल अस्पताल डाडा सीबा पहुंचाया . यहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे तुरंत मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर कर दिया. उधर, पंचायत उप प्रधान रघुबीर सिंह कनोल ने बताया कि यह परिवार गरीब है. डीएसपी देहरा विशाल वर्मा ने मामले की पुष्टि की है.