गांववालों ने गर्भवती महिला को कंधों के सहारे 18 किमी चल पहुंचाया अस्पताल
जिला कुल्लू के सैंज घाटी के अति दुर्गम क्षेत्र गाड़ापारली पंचायत के शाकटी, मरौड और शुगाड़ में आजादी के 72 साल भी सड़क सुविधा का अभाव है। मुख्यालय से 18 किमी तक गर्भवती को कुर्सी पर कंधों के सहारे महिलाओं ने सड़क तक पहुंचाया और फिर वहां से अस्पताल ले गए। बीते कल सुबह गर्भवती सुनीता को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो परिजन परेशान हो गए। इस दौरान उन्होंने गांववालों से मदद मांगी। लोगों ने कुर्सी पर डंडे बांधे और फिर गर्भवती को कंधों पर उठाया और अस्पताल की ओर चल पड़े। गांव के लोगों ने बताया कि 3 गांव के ग्रामीणों को सड़क सुविधा के अभाव में परेशानी झेलनी पड़ रही है। सरकारें आई और गई, लेकिन दुर्गम क्षेत्र गाड़ा पारली पंचायत के आधा दर्जन गांव मूलभूत सुविधाओं से दूर हैं। पंचायत प्रधान भाग चंद, उप प्रधान गोपाल, बीडीसी सदस्य जयवंती देवी, शेर सिंह, हीरा चंद, डोला राम, लग्न राणा, मोती राणा, तीर्थ राम, धर्म पाल, गोविंद राम और पूर्व प्रधान इन्द्रू ने बताया सरकारें आई और गई, लेकिन दुर्गम क्षेत्र गाड़ा पारली पंचायत के आधा दर्जन गांव मूलभूत सुविधाओं से दूर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार दुर्गम क्षेत्रों में विकास करवाए, ताकि लोगों के पीठ का बोझा उतरे और बीमारी की हालत में लोगों को वाहनों की सुविधा मिल सकें।